ड्रीम11 के बाद अब रियल-मनी गेमिंग कंपनी गेम्सक्राफ्ट (Gameskraft) ने भी साफ कर दिया है कि वह ऑनलाइन रियल-मनी गेमिंग पर बैन लगाने वाले सरकार के कानून को चुनौती नहीं देगी। कंपनी ने 26 अगस्त को जारी एक बयान में कहा, "एक जिम्मेदार और कानून का पालन करने वाली कॉरपोरेट इकाई के रूप में गेम्सक्राफ्ट की इस विधेयक को चुनौती देने की कोई मंशा नहीं है। हम कानूनी प्रक्रिया का पूरा सम्मान करते हैं और कानून के ढांचे के भीतर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
इससे एक दिन पहले ड्रीम स्पोर्ट्स के को-फाउंडर हर्ष जैन ने भी मनीकंट्रोल को बताया था कि उनकी कंपनी की सरकार की ओर से लगाए गए रियल-मनी गेमिंग बैन को कोई कानूनी चुनौती नहीं देगी। ड्रीम स्पोर्ट्स, ड्रीम11 की पैरेंट कंपनी है। हर्ष जैन ने कहा, "मुझे लगता है कि सरकार ने यह साफ कर दिया है कि वे अभी ऐसा नहीं चाहते। मैं अतीत में नहीं जीना चाहता। हम पूरी तरह से भविष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और सरकार से किसी ऐसी चीज पर झगड़ा नहीं करना चाहते जो वे नहीं चाहते।"
गेम्सक्राफ्ट के एक प्रवक्ता ने भी बताया कि कंपनी अब अपना पूरा ध्यान भविष्य पर केंद्रित करने की योजना बना रही है। प्रवक्ता ने कहा, "हमने आगे की रणनीति तय करने के लिए पहले ही आंतरिक चर्चा शुरू कर दी है। अपने मूल मूल्यों और नए कानून के पूर्ण पालन के साथ, गेम्सक्राफ्ट नीति निर्माताओं और हितधारकों के साथ रचनात्मक संवाद, जिम्मेदार इनोवेशन, खिलाड़ियों की सुरक्षा और नियामकीय अनुपाल के लिए प्रतिबद्ध है।"
कंपनी ने यह भी कहा कि उसकी क्रॉस-फंक्शनल टीमें नए अवसरों और भविष्य-से जुड़े समाधान तलाश रही हैं, जो बदलते कानूनी दायरे में रहते हुए सिर्फ डिजिटल गेमिंग इकोनॉमी की पूरी क्षमता को सामने लाने में मदद करेंगे।
गेम्सक्राफ्ट ने 22 अगस्त को संसद से ऑनलाइन गेमिंग बिल के पास होने के बाद अपने रम्मी ऐप्स पर 'ऐड कैश' और 'गेमप्ले सेवाओं' को रोक दिया था। कंपनी के रम्मी ऐप्स में 'RummyCulture' भी शामिल है, जो काफी लोकप्रिय था।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, “हम अपने यूजर्स को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सभी अकाउंट में बचा सभी बैलैंस सुरक्षित है और हम फाइनेंशियल पार्टनर्स के साथ मिलकर बिना किसी बाधा के निकासी प्रक्रिया सुनिश्चित कर रहे हैं।”
गेम्सक्राफ्ट ने बताया कि इस समय अपने ऑडिटर्स, बैंकिंग पार्टनर्स और लीगल एडवाइजर्स के साथ मिलकर बिजनेस की निरंतरता और नियामकीय स्पष्टता बनाए रखने पर काम कर रही है। कंपनी ने कहा कि उसने सभी नियामकीय देनदारियां निपटा दी हैं और कर्मचारियों, साझेदारों, वेंडर्स और सर्विस प्रोवाइडर्स के हितों की रक्षा के लिए पारदर्शी तरीके से कदम उठाए गए हैं।
बता दें कि गेम्सक्राफ्ट ने वित्त वर्ष 2023-24 में 3,475 करोड़ रुपये के ऑपरेटिंग रेवेन्यू और करीब 947 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था।
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