AI stocks crash: क्रैश हो सकते हैं AI स्टॉक्स, इस दिग्गज बैंक की रिपोर्ट ने किया आगाह; जानिए क्या करें निवेशक
AI stocks crash: बैंक ऑफ इंग्लैंड की रिपोर्ट ने चेताया है कि स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट आ सकती है। सबसे ज्यादा खतरा AI सेक्टर से जुड़े टेक कंपनियों के शेयरों को है। जानिए किस वजह से आ सकती है गिरावट और निवेशकों को क्या करना चाहिए।
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने कहा कि फिलहाल टेक कंपनियों के शेयर बहुत ऊंची कीमतों पर ट्रेड कर रहे हैं।
AI stocks crash: वैश्विक अनिश्चितता के दौर में स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट का खतरा बढ़ गया है। यह आशंका बैंक ऑफ इंग्लैंड (Bank of England) की फाइनेंशियल पॉलिसी कमेटी की 8 अक्टूबर को जारी एक रिपोर्ट में जताई गई है। इसके मुताबिक, दुनियाभर में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और बिखरी वैश्विक व्यापार व्यवस्था से बाजार में अचानक भारी गिरावट (Market Correction) का खतरा बढ़ गया है। यह खतरा खासतौर पर उन टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए ज्यादा है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence या AI) पर फोकस करती हैं।
रिपोर्ट में कहा गया, 'वैश्विक जोखिम माहौल की अनिश्चितता से यह डर बढ़ गया है कि मार्केट ने अभी तक सभी संभावित नकारात्मक नतीजों को अपनी कीमतों में शामिल नहीं किया है। अगर इनमें से कोई जोखिम सच साबित होता है, तो अचानक बाजार में बड़ी गिरावट आ सकती है।'
टेक कंपनियों के ऊंचे वैल्यूएशन पर चिंता
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने कहा कि फिलहाल टेक कंपनियों के शेयर बहुत ऊंची कीमतों पर ट्रेड कर रहे हैं। ग्लोबल इक्विटीज (Global Equities) में कुछ कंपनियों का दबदबा बढ़ गया है, जिससे पूरा बाजार उन्हीं पर निर्भर होता जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर एआई से जुड़ी उम्मीदें थोड़ी भी कमजोर हुईं, तो इसका असर पूरे स्टॉक मार्केट पर पड़ सकता है।
बैंक ने कहा, 'कई संकेतकों के हिसाब से शेयर बाजार की कीमतें काफी महंगी लग रही हैं। खासकर, एआई पर केंद्रित टेक कंपनियों की। साथ ही, बाजार सूचकांकों (Market Indices) में कुछ बड़ी कंपनियों की हिस्सेदारी बहुत ज्यादा हो गई है, जिससे बाजार जोखिम में है।'
डॉटकॉम बबल जैसी स्थिति का खतरा
बैंक ऑफ इंग्लैंड के मुताबिक, अमेरिका के शेयर बाजार के वैल्यूएशन अब उन स्तरों के करीब पहुंच रहे हैं, जो डॉटकॉम बबल (Dotcom Bubble) के समय देखे गए थे। रिपोर्ट कहती है कि अमेरिकी बॉन्ड्स (US Bonds) भी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) की नीतियों पर भरोसे में कमी के कारण दबाव में आ सकते हैं।
रिपोर्ट में बताया गया कि एसएंडपी 500 (S&P 500) का एक-वर्षीय फॉरवर्ड प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो (Price-to-Earnings Ratio) 25 गुना है। यह ऐतिहासिक औसत से काफी ज्यादा है, लेकिन अभी भी डॉटकॉम बबल के स्तर से नीचे है।
कुछ कंपनियों पर अत्यधिक निर्भरता
कमेटी ने चेतावनी दी कि ग्लोबल इक्विटी वैल्यूएशन (Global Equity Valuation) अब लगभग रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। अमेरिकी टेक कंपनियों की मजबूत कमाई (Tech Earnings) ने इस तेजी को और बढ़ाया है। रिपोर्ट के अनुसार, एसएंडपी 500 की शीर्ष 5 कंपनियों का संयुक्त मार्केट शेयर अब करीब 30% तक पहुंच गया है। यह पिछले 50 साल में सबसे ज्यादा है। इसका मतलब यह है कि अगर कुछ बड़ी टेक कंपनियों के शेयर गिरते हैं, तो उसका असर पूरे बाजार पर पड़ेगा।
बैंक ने कहा, 'अमेरिकी शेयर बाजार में कुछ ही कंपनियों की हिस्सेदारी बहुत ज्यादा हो गई है। अगर एआई से जुड़ी उम्मीदों में बदलाव आता है, तो इन कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान हो सकता है।'
गोल्डमैन सैक्स की स्टॉक मार्केट पर राय
दिग्गज ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट पीटर ओपेनहाइमर (Peter Oppenheimer) का कहना है कि अमेरिकी बाजार में टेक कंपनियों की बढ़ती हिस्सेदारी निवेशकों के लिए सतर्कता का संकेत है।
उन्होंने कहा, 'अमेरिकी शेयर बाजार कुछ बड़ी टेक कंपनियों पर असामान्य रूप से निर्भर हो गया है। भले ही यह बबल न हो, लेकिन इस स्तर की कंसंट्रेशन (Concentration) यानी कुछ ही कंपनियों में ज्यादा निवेश इन्वेस्टर्स के लिए जोखिम बढ़ाती है। इसलिए निवेश पोर्टफोलियो में विविधता (Diversification) जरूरी है।'
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