CDMO shares : हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार में कंसोलिडशन का मूड देखने को मिल रहा निफ्टी 24650 के करीब नजर आ रहा लेकिन बैंक निफ्टी में निचले स्तरों से 300 अंकों की अच्छी खरीदारी आई है। मिडकैप और स्मॉल कैप में शानदार आउटपरफॉर्मेंस देखने को मिल रहा है। स्मॉलकैप इंडेक्स नए शिखर के बेहद करीब दिख रहा है। इस बीच आज CDMO शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली है। इस ग्रुप के लॉरस लैब, डिवीज लैब और पीरामल फार्मा जैसे शेयर औंधे मुंह गिर गए हैं। अमेरिका में बायोसिक्योर एक्ट के सख्त कदम वापस लेने का फैसला लिया है। इससे चीन की बायोटेक कंपनियों को सीधा फायदा होगा। US बायोसिक्योर एक्ट में चीनी कंपनियों को राहत मिली है।
बायोसिक्योर बिल पास ना होना भारतीय CDMOs के लिए बड़ा निगेटिव
अमेरिका सरकार के इस फैसले से भारत के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग फार्मा शेयरों में तेज गिरावट आई है। इन कंपनियों को CDMO कंपनियां भी कहा जाता है। US में बायोसिक्योर एक्ट में चीन की कंपनियों को बड़ी राहत मिली है। इस एक्ट में से चीन की कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करने का प्रावधान हटा दिया गया है। ये चीन की बायोटेक कंपनियों की बड़ी जीत मानी जा रही है। बायोसिक्योर बिल पास ना होना भारतीय CDMOs के लिए बड़ा निगेटिव है।
बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखकर 'बायोसिक्योर एक्ट' ( Biosecure Act) लाया गया है। इस एक्ट में 2032 तक ड्रग मैन्युफैक्चरर्स को खतरनाक बायोटेक्नोलॉजी कंपनियों (biotechnology companies)' से इक्विपमेंट खरीदने या सर्विसेज का कॉन्ट्रैक्ट करने से रोकने का प्रावधान है। इस कानून का मुख्य उद्देश्य चाइनीज कॉन्ट्रैक्ट ड्रग मैन्युफैक्चरर्स और रिसर्च आर्गेनाईजेशंस पर अमेरिका निर्भरता को कम करना है। लेकिन अब इस एक्ट में से चीन की कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करने का प्रावधान हटा दिया गया है।