Paytm Crisis: एक अनजान जोखिम ने पेटीएम को प्रभावित किया है और स्टॉक को लगातार मंदी की ओर धकेल दिया है। यह बात क्वांट म्यूचुअल फंड के संदीप टंडन ने कही है। बता दें कि RBI की ओर से पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद पेटीएम शेयरों में आई गिरावट के चलते कंपनी के मार्केट कैप में 55 प्रतिशत की गिरावट आई है। बीएसई और एनएसई ने शेयर के लिए सर्किट लिमिट को पहले 20 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत किया था और अब इसे और कम करके 5 प्रतिशत कर दिया है।
दिग्गज इनवेस्टर टंडन ने सीएनबीसी-टीवी18 को एक इंटरव्यू में कहा, ‘पेटीएम को एक कॉन्सेप्ट के रूप में देखते हुए मुझे मौजूदा स्तरों पर बहुत अधिक समस्याएं नहीं दिखती हैं। लेकिन एक रेगुलेटरी जोखिम है।’ उन्होंने आगे कहा कि पेटीएम स्टॉक पर प्राइवेट इक्विटी का अत्यधिक स्वामित्व है और ये हर स्तर पर बाहर निकल रहे हैं। इससे स्टॉक पर बिक्री का दबाव बढ़ जाता है।
पेटीएम शेयर में लोअर सर्किट
15 फरवरी को पेटीएम के शेयर में 5 प्रतिशत की गिरावट आई और 325.25 रुपये पर लोअर सर्किट लग गया। सुबह बीएसई पर शेयर लाल निशान में 325.30 रुपये पर खुला और फिर जल्द ही लोअर सर्किट लग गया। RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 31 जनवरी को प्रतिबंध लगाए थे। तब से लेकर अब तक बीएसई पर शेयर 57.26 प्रतिशत लुढ़क चुका है।
बता दें कि क्वांट एमएफ ने पेटीएम IPO में भाग नहीं लिया। हालांकि कुछ महीने पहले इस म्यूचुअल फंड ने पेटीएम शेयर खरीदे थे और फिर बेच भी दिए थे। डिजिटल पेमेंट्स के इस पूरे स्पेस में टंडन पेमेंट गेटवे या डिजीबैंक को एक कॉन्सेप्ट के तौर पर पसंद करते हैं। उनका मानना है कि डिजिटल बैंकिंग नई हकीकत होगी।
क्या है RBI का एक्शन पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर
बता दें कि सहयोगी एंटिटी Paytm Payments Bank पर हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों के कारण Paytm संकट की स्थिति से गुजर रही है। RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट, वॉलेट और फास्टैग आदि में 29 फरवरी, 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है। हालांकि, पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के ग्राहकों को किसी भी ब्याज, कैशबैक या रिफंड को किसी भी समय जमा किया जा सकता है। RBI ने कहा है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहक, अपने बचत बैंक खाते, चालू खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) सहित अपने खातों से बकाया बैलेंस को बिना किसी रोक के निकाल सकते हैं या इस्तेमाल कर सकते हैं।
अपनी जांच में RBI ने पाया कि हजारों मामलों में एक ही पैन, 100 से अधिक ग्राहकों से लिंक था और कुछ मामलों में यह संख्या 1000 से ऊपर चली गई थी।संकट में फंसी Paytm Payments Bank ने हाल ही में मनीकंट्रोल को बताया है कि डिपॉजिटर्स के पैसे की निकासी सुचारू रूप से और नियामकीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।