Angel one share price : चौथी तिमाही में एंजेल वन (ANGEL ONE) के नतीजे कमजोर रहे हैं। कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 49 फीसदी गिरा है। कंपनी की आय में भी 22 फीसदी की कमी आई है। वही मार्जिन का आंकड़ा भी पिछले साल के मुकाबले साढ़े 6 फीसदी घटा है। कंपनी के नतीजों पर खास चर्चा करते हुए एंजेल वन के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दिनेश ठक्कर ने कहा कि दूसरी छमाही में तमाम ग्लोबल मुद्दों और रेग्युलेटरी बदलावों की वजह से कंपनी की आय और क्लायंट के वॉल्यूम पर निगेटिव असर देखने को मिला। इसके अलावा दूसरी छमाही में तमाम खराब ग्लोबल फैक्टर्स की वजह से बाजार में रिटेल निवेशकों की भागीदारी घटी जिसका असर कंपनी के प्रदर्शन पर देखने को मिला।
जब तक बाजार में तेजी नहीं दिखती तब तक रिटेल निवेशक बाजार से दूरी बनाए रखते हैं। इस वजह से रेवेन्यू और ऑर्डरों की संख्या के लिहाज से चौथी तिमाही कमजोर रही है। लेकिन पिछले 6 महीनों में इंडस्ट्री से अपना सबसे बुरा दौर देख लिया है। जो भी बुरा होना था वह हो चुका। अब विदेशी निवेशक एक बार फिर से बाजार की और वापस आ रहे हैं। देश की माइक्रो इकोनॉमिक स्थिति भी बेहतर हो रही है। रेपो रेट नीचे हो रहा है। महंगाई नियंत्रण में आ रही है। ऐसे में कह सकते हैं कि रेवेन्यू और ऑर्डरों की संख्या के हिसाब से सबसे बुरा दौर बीत चुका है।
दिनेश ठक्कर ने कहा कि कैश को छोड़कर इक्विटी, एफएंडओ और कमोडिटी में मार्केट शेयर घटा है। बाजार में फरवरी से सुधार देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही छोटे टिकट साइज के क्लायंट के फिर से बाजार की तरफ रुख करने की उम्मीद बढ़ी है। मार्केट में धीरे-धीरे रिटेल वापस लौट रहा है। बाजार में जो रिटेल वापस निवेशक वापस आ रहे हैं वे आज भी एंजेल को उतना ही पसंद करते हैं जितना पहले करते थे। मार्केट शेयर घटने को लेकर खास चिंता नहीं है। मार्केट सेंटीमेंट सुधरने के साथ बड़े मात्रा में क्लायंट्स की वापसी होगी।