Ram Mandir : अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश में आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन के एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है। लाखों श्रद्धालु भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं। क्या अयोध्या अब दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनेगा। आने वाले दिनों में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन का कैसा ट्रेंड दिखेगा इस पर खास चर्चा के लिए सीएनबासी-आवाज़ के साथ हैं यात्रा ऑनलाइन (Yatra Online) के CEO और होल टाइम डायरेक्ट ध्रुव श्रृंगी। उन्होंने इस बातचीत में कहा कि अयोध्या धार्मिक टूरिज्म का सेंटर बनेगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कल अयोध्या में सदी का सबसे बड़ा आयोजन हुआ। यात्रा ऑनलाइन साइट पर पिछले कुछ दिनों से अयोध्या को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला है। अयोध्या में टूरिज्म की सालाना आधार पर 4 गुना ग्रोथ हुई है। ट्रैवल-टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए अयोध्या अहम है।
ध्रुव श्रृंगी ने बताया कि अयोध्या के चलते बुकिंग में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। अयोध्या की फ्लाइट बुकिंग में 4 गुना ग्रोथ आई है। दिल्ली और मुंबई से अयोध्या के लिए सबसे ज्यादा फ्लाइट बुकिंग हो रही है। अयोध्या के लिए बुकिंग का ट्रेंड आगे भी बना रहेगा। उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि अयोध्या के लिए डायरेक्ट फ्लाइट सीमित हैं। ऐसी सूरत में स्टे के लिए भी बुकिंग बढ़ी है। लेकिन अयोध्या में रुकने की क्षमता काफी कम है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान कमरों की सप्लाई कम पड़ गई। डिमांड के मुकाबले कमरों की सप्लाई कम है। श्रद्धालू अभी अयोध्या को लेकर प्लान बना रहे हैं।
अगले 1-2 साल में अयोध्या टूरिज्म में मजबूत ग्रोथ आएगी।
आध्यात्मिक पर्यटन क्या अब और जोर पकड़ेगा। कोई खास पैकेज आप लेकर आ रहे हैं ?
इस सवाल के जवाब में ध्रुव श्रृंगी ने कहा कि पिछले 1 साल में आध्यात्मिक टूरिज्म की ग्रोथ 35-40 फीसदी रही है। कुल डेस्टिनेशन में ग्रोथ दोगुना से ज्यादा रहा है। लोगों में आध्यात्मिक टूरिज्म का ट्रेंड बढ़ा है। इससे प्रीमियम और अपर कैटेगिरी को होटल रूम की मांग बढ़ी है।
धार्मिक पर्यटन के लिहाज से सबसे व्यस्त सर्किट या डेस्टिनेशन क्या है?
इसके जवाब में ध्रुव ने कहा कि अभी तक तिरुपति के लिए डिमांड सबसे ज्यादा है। जम्मू और अमृतसर के लिए भी डिमांड काफी बढ़ी है। लोगों में टूरिज्म पैकेज से यात्रा का ट्रेंड बढ़ा है। आध्यात्मिक टूरिज्म पर दोगुना से ज्यादा ग्रोथ संभव है। लोग आध्यात्मिक टूरिज्म को लेकर खुलकर बात कर रहे हैं।
लक्षद्वीप के लिए किस तरह इनक्वारी आ रही है। 2024 क्या विदेश की जगह घरेलू टूरिज्म का साल होगा?
इस पर ध्रुव श्रृंगी ने कहा कि लक्षद्वीप के लिए क्षमता काफी कम है। लक्षद्वीप में फ्लाइट्सस होटल्स काफी कम है। लक्षद्वीप को अच्छे से डेवलप करना चाहिए। पिछले 1 साल में घरेलू ट्रैवल में अच्छी ग्रोथ रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार से टूरिज्म को बढ़ावा मिला है। नए एयरपोर्ट और हाईवे से डेस्टिनेशन पर पहुंचना आसान हुआ है। अगले कुछ सालों तक घरेलू टूरिज्म ग्रोथ जारी रहेगी। इंटरनेशनल के मुकाबले घरेलू टूरिज्म ग्रोथ बेहतर रहेगी