Bajaj Finance Stock: दिग्गज एनबीएफसी कंपनी बजाज फाइनेंस का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) पहली बार 3 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया। कंपनी ने बुधवार को दिसंबर तिमाही को लेकर जारी कारोबारी अपडेट में यह जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि दिसंबर तिमाही में उसका एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) सालाना आधार पर 35 फीसदी बढ़कर 3.11 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस खबर के चलते गुरुवार को बजाज फाइनेंस के शेयर करीब 3.63% तक उछल गए थे।
बजाज फाइनेंस ने बताया कि दिसंबर तिमाही में उसका डिपॉजिट भी 35 फीसदी बढ़कर 58,000 करोड़ रुपये रहा। वहीं कंपनी ने इस दौरान 98.6 लाख नए लोन बांटे, जो एक साल पहले की दिसंबर तिमाही के मुकाबले 98.6 लाख अधिक है। बजाज फाइनेंस की कुल फ्रेंचाइजी सालाना आधार पर 22 फीसदी बढ़कर 8.4 करोड़ रही। वहीं नए ग्राहकों को जोड़ने के मामले में भी कंपनी का प्रदर्शन अच्छा रहा और इसने एक साल पहले की अवधि में 31 लाख के मुकाबले 38 लाख नए ग्राहक जोड़े।
मोतीलाल ओसवाल के एनालिस्ट्स ने कहा कि बजाज फाइनेंस का ग्राहक जोड़ने का ट्रेंड, काफी हद तक पिछली दिसंबर तिमाहियों के अनुरूप ही था। उन्होंने कहा, "यह इस तथ्य का संकेत है कि इसके दो प्रोडक्ट्स पर RBI की ओर से लगाए बैन का कोई असर नहीं पड़ा है।"
नवंबर में, भारतीय रिजर्व बैंक ने डिजिटल लेंडिंग से जुड़े निर्देशों का पालन नही करने के लिए बजाज फाइनेंस को अपने "ईकॉम" और "इंस्टा ईएमआई कार्ड" के जरिए नए लोन जारी करने से रोक दिया था। इसके बाद कंपनी ने नए ग्राहक जोड़ने के लिए पारंपरिक चैनलों (डिजिटल/ई-कॉमर्स को छोड़कर) का सफलतापूर्वक लाभ उठाया। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर खरीदारी की रेटिंग दी है।
बजाज फाइनेंस ने शेयर बाजरों को भेजी सूचना में कहा कि उसकी लिक्विडिटी पोजिशन 11,600 करोड़ रुपये के साथ मजबूत बनी हुई है। नवंबर में कंपनी ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) इश्यू के जरिए 8,800 करोड़ रुपये जुटाए। क्यूआईपी के बाद, इसने 10,000 करोड़ रुपये का एक और फंडिंग राउंट पूरा किया था, जिसके लिए बोर्ड ने अक्टूबर में मंजूरी दे दी थी। इससे पहले, इसने प्रमोटर बजाज फिनसर्व को प्रेफरेशिंयल आधार पर शेयर जारी कर 1,200 करोड़ रुपये जुटाए थे।