बालाजी एमाइंस के चौथी तिमाही के नतीजे अपेक्षाकृत बेहतर रहे हैं। हालांकि, वॉल्यूम में थोड़ी गिरावट आई है। इसकी वजह कमजोर डिमांड और चीन से सस्ते प्रोडक्ट्स की मार्केट में आवक हो सकती है। इसके अलावा कंपनी के कुछ नए प्रोडक्ट्स का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। उधर, मेथानॉल की कीमतों में उछाल से ग्रॉस मार्जिन पर दबाव बढ़ा। फार्मास्युटिकल्स सेक्टर की तरफ से डिमांड स्थिर बनी रही। लेकिन, एग्रोकेमिकल्स सेगमेंट की डिमांड कमजोर रही।
एंटी डंपिंग ड्यूटी लागू होने से होगा फायदा
आगे रॉ मैटेरियल की कीमतों में नरमी आ सकती है। इसकी वजह क्रूड की कीमतों में नरमी और जियोपॉलिटिकल टेंशन में कमी है। कई तरह के केमिकल्स के मामले में एंटी-डंपिंड ड्यूटी लागू होने की उम्मीद है। यह इंडियन केमिकल कंपनियों के लिए अच्छी खबर होगी। हालांकि, कंपनियों का प्रदर्शन एग्जिक्यूशन एबिलिटी पर निर्भर करेगा। Balaji Amines ने मई 2025 में अपना DMC प्लांट चालू कर दिया है। इसका इस्तेमाल लिथियम-आयन बैट्रीज और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस में होगा।
DME प्लांट में जल्द शुरू हो सकता है उत्पादन
हालांकि DME प्लांट चालू होने में देर हुई है। इसके इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में चालू होने जाने की उम्मीद थी। कंपनी के मैनेजमेंट ने कहा है कि यह प्लांट करीब तैयार हो गया है। पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया से एप्रूवल मिलने का इंतजार है। ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) ने पहले LPG में 20 फीसदी DME ब्लेंडिंग की अधिसूचना जारी की थी। चूंकि डीएमई ब्लेंडिंग से कुछ हद तक एलपीजी के इंपोर्ट पर निर्भरता घटेगी, जिससे यह बड़ा मौका हो सकता है।
कंपनी कुछ प्लांट को अपग्रेड कर रही है
DME के अलावा कंपनी को N-Methylmorpholine और Propylene Glycol pharma grade plant के इस वित्त वर्ष में चालू हो जाने की उम्मीद है। Isopropyl amine के लिए कंपनी अपनी मौजूदा Ethyl Amines फैसिलिटी में बदलाव कर रही है। इसे प्रोडक्शन शु्रू करने के लिए रेगुलेटरी एप्रूवल मिल गया है। ट्रायल प्रोडक्शन शुरू भी हो गया है। इसके अलावा कंपनी अपने मौजूदा acetonitrile प्लांट को अपग्रेड कर रही है और उसकी क्षमता बढ़ा रही है। चीन से डपिंड बढ़ने पर कंपनी ने उत्पादन रोक दिया था।
दो साल में 400 करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च करना होगा
अगले दो फाइनेंशियल ईयर्स में कंपनी को करीब 400 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च की जरूरत पड़ेगी। कंपनी के पास कैश रिजर्व है, जिससे उसे पूंजीगत खर्च करने में मदद मिलेगी। हालांकि, कंपनी को कुछ कर्ज लेना पड़ेगा। कंपनी के मैनेजमेंट ने कहा है कि करीब 100 करोड़ रुपये का कर्ज लेना पड़ सकता है। यह ज्यादा बड़ा अमाउंट नहीं है। कंपनी की शॉर्ट टर्म ग्रोथ एंटी डंपिंग ड्यूटी की जांच पर निर्भर करेगी।
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Balaji Amines के शेयरों में FY27 के अनुमानित EV/EBITDA के 16.1 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। कंपनी का शेयर अप्रैल 2025 के निचले स्तर से 60 फीसदी चढ़ चुका है। स्टॉक 9 अप्रैल को गिरकर 1140 रुपये पर आ गया था। वैल्यूएशन सही दिखती है। फिर भी इनवेस्टर्स शेयरों में तेजी के बाद कुछ मुनाफावसूली कर सकते हैं। वे दोबारा केमिकल सेक्टर में प्रतिस्पर्धा कम होने पर शेयरों में निवेश कर सकते हैं।