Bank Nifty trend : बैंक निफ्टी इंडेक्स ने 18 सितंबर को अपनी बढ़त का सिलसिला जारी रखा और लगातार 12वें सत्र में इसमें बढ़त देखने को मिली। बड़े बैंकों की तेजी जारी रही। एक्सिस बैंक, एसबीआई, कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में 7 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। ब्रोकरेज फर्मों में क्रेडिट साइकिल ग्रोथ साइकिल को लेकर उत्साह नजर आ रहा है।
एनालिस्ट्स का मानना है कि भारतीय बैंकों के लिए आउटलुक मज़बूत नजर आ रहा है। बैंक शेयरों को असेट क्वालिटी में सुधार और सरकार व आरबीआई दोनों की ओर से अनुकूल नीतियों से मदद मिल रही है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती के बाद मार्केट सेंटीमेंट में सुधार आया है। अब इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि अक्टूबर में मौद्रिक नीति की समीक्षा करते समय आरबीआई भी अपनी दरों में कटौती कर सकता है।
पिछले 12 सत्रों में बैंक निफ्टी लगभग 4 प्रतिशत चढ़ा है। वहीं, निफ्टी में इस अवधि में 3 फीसदी की बढ़त हुई है। नोमुरा के मुताबिक बेहतर बैलेंस शीट के कारण अनसिक्योर्ड रिटेल लोन के तेज़ी से बढ़ने की संभावना है। विश्लेषकों का कहना है कि बेहतर असेट क्वालिटी नीतियो में नरमी, नकदी में बढ़त के काऱण आगे अच्छी क्रेडिट ग्रोथ की उम्मीद है।
भारत का रिटेल लेंडिंग इको सिस्टम में भी सुधार के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं। पर्सनल लोन में 31-90 दिनों की बकाया राशि वाली कटेगरी में सुधार देखने को मिल रहा है। जबकि क्रेडिट कार्डों (1-30 दिनों) में शुरुआती चरण की चूक में सालाना आधार पर 120 बोसिस प्वाइंट की और तिमाही आधार पर 20 आधार अंकों की गिरावट आई है। स्मॉल बिजनेस लोन कटेगरी ने भी सालाना आधार पर असेट क्वालिट अच्छी रही है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज को उम्मीद है कि बैंकिंग शेयरों का प्रदर्शन बेहतर रहेगा। आय में सुधार और मैनेजमेंट टिप्पणियां पॉजिटिव होती जो रही है। ब्रोकरेज का कहना है कि जीएसटी दरों में कटौती और टैरिफ वार्ता में प्रगति से मांग में तेजी आने की उम्मीद है जिससे बैंकिंग सेक्टर को बू्स्ट मिलेगा।
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