Banking stocks:घरेलू ब्रोकरेज हाउस कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Kotak Institutional Equities)बढ़ती अनिश्चितताओं के बावजूद बैंकिंग सेक्टर पर पॉजिटिव नजरिया बनाए हुए हैं। इसके साथ ही ब्रोकरेज हाउस ने बैंकिंग शेयरों के साथ वैश्विक आर्थिक मंदी से जुड़े संभावित जोखिमों की भी पहचान की है। ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि इन जोखिमों के बावजूद उसको इस बात का पूरा भरोसा है कि इस परेशानी भरे दौर में भी भारतीय बैंक तुलनात्मक रूप से अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
कोटक ने निवेशकों के लिए जारी अपने हालिया रिपोर्ट में कहा है कि भारत के बैंकिंग शेयरों में हाल के दिनों में गिरावट देखने को मिली है। लोन ग्रोथ में गिरावट, नेट इंटरेस्ट मार्जिन में संकुचन, कमजोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट ग्रोथ और एसेट क्वालिटी पर संभावित जोखिम जैसे कारणों के चलते हाल के दिनों में बैंकिंग शेयर दबाव में रहे हैं।
ब्याज दरों के प्रभावों को सही तरीके से समझने में मुश्किल
ब्रोकरेज ने अपनी इस रिपोर्ट में आगे कहा " ये चिंताएं बैंकिग शेयरों में हाल में आई कमजोरी की अहम वजह रही हैं। हमारे सामने हमारे सामने एक बड़ी चुनौती बढ़ती ब्याज दरों के प्रभावों को सही तरीके से समझने में आ रही कठिनाई भी है। इस समय बिगड़ती एसेट क्वालिटी बनाम कमजोर होती लोन ग्रोथ जैसी बड़ी बहस चल रही है। कुछ लोगों का कहना है कि बैंकिंग सेक्टर के लिए खराब होती एसेट क्वालिटी ज्यादा बड़ा जोखिम हैं। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि लोन ग्रोथ में कमजोरी ज्यादा बड़ी चिंता की बात है। हालांकि कोटक गिरती लोन ग्रोथ को लेकर ज्यादा चिंतित है। जबकि कुछ निवेशक अब खराब होती एसेट क्विलिटी पर भी चिंता जाहिर करने लगे हैं"।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज लंबी अवधि के नजरिए से बड़े बैंकों पर बुलिश बना हुआ है। कोटक की लंबी अवधि के नजरिए से SBI, ICICI Bank और Axis Bank पर दांव लगाने की सलाह है। इसके अलावा कोटक कुछ मिडकैप बैंकिंग शेयरों में भी अच्छी संभावनाएं दिख रही है।
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