बैंक शेयरों में जबरदस्त खरीदारी से निफ्टी बैंक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा गया है। सेंसेक्स-निफ्टी में भी मजबूती के साथ कारोबार हो रहा है। बाजार को अब अमेरिका के महंगाई आंकड़ों और फेड के फैसले का इंतजार है। ऐसे में इक्विटी मार्केट, तमाम सेक्टर्स और स्टॉक्स पर बात करने के लिए सीएनबीसी-आवाज़ के BIG MARKET VOICES सेगमेंट में आज GoIndiaStocks.com के फाउंडर राकेश अरोड़ा ने अपनी राय दी। यहां हम सीएनबीसी-आवाज़ के साथ हुई उनकी लंबी बातचीत का संपादित अंश दे रहे हैं।
इस समय कैसा लग रहा है मार्केट सेटअप? इस सवाल का जवाब देते हुए राकेश अरोड़ा ने कहा कि मार्केट का सेटअप तो ठीक ही नजर आ रहा है। मैक्रो चुनौतियां थोड़ी कम होती दिख रही हैं। कल आए भारत के महंगाई के आंकड़ों ने पॉजिटिव सरप्राइज दिया है। अगर अमेरिकी महंगाई के आंकड़े भी पॉजिटिव सरप्राइज देते हैं तो केंद्रीय बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में हो रही बढ़ोतरी की गति में कमी आनी चाहिए। भारत में आरबीआई की नीति दरों में अभी 0.25 फीसदी की और बढ़त हो सकती है लेकिन इससे ज्यादा बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है। अमेरिका में भी 2023 के शुरुआती हिस्से में ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर एक विराम लगने की संभावना है। अगर मैक्रो चुनौतियां कम होती हैं तो यहां से बाजार को सपोर्ट मिल सकता है।
आईटी स्टॉक्स यहां से अभी कुछ और कंसोलीडेशन की उम्मीद
IT सेक्टर से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए राकेश अरोड़ा ने कहा कि इस समय आईटी शेयरों के वैल्यूएशन अच्छे दिख रहे हैं। आईटी को लेकर बाजार में एक रैली आ रही थी। लेकिन एससीएल टेक की टिप्पड़ी ने बाजार को वास्तविकता से अवगत करा दिया। लगाता है आईटी स्टॉक्स यहां से अभी कुछ और कंसोलीडेट होंगे। हालांकि वैल्यूएशन सही स्तरों पर होने से यहां से किसी बहुत बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है। लेकिन अभी आईटी शेयरों से दूर रहना चाहिए।
मेटल शेयरों से दूर ही रहने की सलाह
मेटल शेयरों पर बात करते हुए राकेश अरोड़ा ने कहा कि मेटल में भी एक रैली की शुरुआत दिखी थी। लोगों की लग रहा था कि कोविड के बाद चीन के बाजारों के खुलने से मेटल की मांग बढ़ेगी। चीन में कोविड नियमों में ढ़ील से मेटल की मांग बढ़ी। लेकिन अब चीन से मेटल में उतनी डिमांड आना मुश्किल है। चीन में डिमांड बनने में समय लग सकता है। इसके आलावा भारत में मेटल शेयरों में अभी तक काफी तेजी आ चुकी है। तमाम स्टॉक अपने 52 वीक हाई के आसपास दिख रहे हैं। ऐसे में ये सेक्टर महंगा नजर आ रहा है, निवेशकों को अभी मेटल शेयरों से दूर ही रहने की सलाह होगी। अगर किसी को मेटल्स में खेलना ही है तो ऑयरन और एल्यूमीनियम स्टॉक्स लेकर जा सकते हैं।
गोल्ड में किसी बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं
गोल्ड की ट्रेजेक्टरी आपको क्या नजर आती है? इस सवाल का जवाब देते हुए राकेश अरोड़ा ने कहा कि आमतौर पर इनफ्लेशन बढ़ने पर लोग सोना खरीदते हैं लेकिन इस बार थोड़ा उल्टा होता नजर आ रहा है। हालांकि शादियों का सीजन होने की वजह से गोल्ड की डिमांड थोड़ी बढ़ी है। लेकिन गोल्ड में किसी बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं दिख रही है। ये 1800 डॉलर के आसपास है और आगे भी इसी के आसपास घूमता दिख सकता। हालांकि इंडस्ट्रियल मेटल भी होने के कारण चांदी में तेजी देखने को मिल सकती है।
अब बैंकों की रैली छोटे और कमजोर बैंकों से निकलकर बड़े और मजबूत बैंकों की तरफ जाएगी
बैंकिग स्पेस पर बात करते हुए राकेश अरोड़ा ने कहा कि बैंक शेयरों में हाल में जोरदार तेजी देखने को मिली है। एनपीए काफी कम स्तर पर हैं और कर्ज की मांग में तेजी है। इस महौल में कमजोर बैंकों ने बड़े बैंकों की तुलना में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। जिन बैंकों में आमतौर पर हम खरीदारी नहीं करते वही बैंक ज्यादा चल रहे थे। लेकिन अब लगता है कि वैल्यूएशन गैप काफी कम हो गया है। अब बैंकों की रैली छोटे और कमजोर बैंकों से निकलकर बड़े और मजबूत बैंकों की तरफ जाएगी। ऐसे में निवेशकों को कमजोर बैंकों से निकल कर बड़े और स्टेबल बैंकों में निवेश करना चाहिए।
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