Paytm Share Price: Paytm के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा ने ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में वादा किया था कि उनका फोकस अब कंपनी पर निवेशकों का भरोसा जगाना है। कंपनी अभी लॉस में चल रही है और विजय शेखर शर्मा ने कहा था कि अब उनका पूरा फोकस कंपनी को प्रॉफिटेबल बनाना है। फिस्कल ईयर 2022 के अंत तक कंपनी का रेवेन्यू 1 अरब डॉलर से ज्यादा था। विजय शेखर शर्मा ने कहा कि अब कंपनी का फोकस ग्रोथ से हटाकर मुनाफे पर बढ़ाया जाएगा।
ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने Paytm के शेयरों को खरीदने की सलाह देते हुए उसका नया टारगेट प्राइस 1050 रुपए तय किया है। इससे पहले गोल्डमैन सैक्स ने 1070 रुपए टारगेट प्राइस तय किया था। सोमवार को कारोबार के अंत में Paytm 5.59% चढ़कर 746.30 रुपए पर बंद हुआ है।
पिछले हफ्ते कंपनी की योजनाओं पर बात करते हुए विजय शेखर शर्मा ने कहा, "हमारा टारगेट रेवेन्यू बढ़ाकर 1 अरब डॉलर करना था। अब हमने इसे हासिल कर लिया है। इसलिए अब हम प्रॉफिट पर फोकस बढ़ाएंगे।"
Paytm के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने ये भी कहा था, "मेरे लिए पेटीएम का IPO लाना एक तरह का ग्रैजुएशन था और मेरा उद्देश्य अब पेटीएम को ब्रेक-इवन और फिर प्रॉफिट में लाने का है।" बाद में रूस-यूक्रेन के बीच जंग और दुनिया के कई केंद्रीय बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी ने इस स्थिति को और खराब कर दिया। ब्रेक-इवन उस स्थिति को कहते हैं जब कंपनी को कोई मुनाफा नहीं होता है, लेकिन उसे कोई घाटा भी नहीं होता है।
विजय शेखर शर्मा ने ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वह निवेशकों का भरोसा वापस जीतने के मिशन पर है और इसके लिए वह 'रिवाइंड और रीसेट' की नीति अपनाकर चल रहे हैं। विजय शेखर शर्मा ने यह मिशन ऐसे समय में शुरू किया है, जब Paytm का ऑपरेटिंग घाटा बढ़कर 35 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है, उसे प्रतिद्वंदी कंपनियों से तगड़े कॉम्पिटीशन का सामना करना पड़ रहा है और निवेशकों में कंपनी के बिजनेस मॉडल को लेकर कोई अस्पष्टता नहीं है।
कैसे निवेशकों का भरोसा जीतेगी Paytm?
Paytm के फाउंडर ने कहा कि निवेशकों का भरोसा जीतने की दिशा में पहला यह कदम उन्हें यह विस्तार से बताना होगा कि कंपनी का रेवेन्यू मॉडल क्या है। शर्मा ने कहा कि पेटीएम के बिजनेस को मोटे तौर पर दो भागों में बांटा जा सकता है- पहला, कंपनी पेमेंट सेवा मुहैया कराने के कारोबार में है और दूसरा, वह लोन बेचती है।
हालांकि पेमेंट बिजनेस में अल्फाबेट इंक की कंपनी Google Pay, एमेजॉन की Amazon Pay और वॉलमार्ट के निवेश वाली PhonePe भी भारत में मौजूद है। हालांकि शर्मा को विश्वास है कि पेटीएम के प्रॉडक्ट उसे मार्केट में अपनी लीडरशिप पोजिशन बरकरार रखने में मदद करेंगे।