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शेयर बाजार में लौट रही तेजी? 11 महीने के हाई पर पहुंची BSE पर लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू

Share Markets: भारतीय शेयर बाजारों में सितंबर महीने की शुरुआत से मजबूत तेजी देखी जा रही है। इसके चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप अब बढ़कर 465 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है, जो इसका पिछले 11 महीनों का सबसे ऊंचा स्तर है। पिछली बार 3 अक्टूबर 2024 को BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप इस स्तर पर देखा गया था

अपडेटेड Sep 18, 2025 पर 10:47 AM
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BSE Market-Cap: Sensex और Nifty दोनों इस महीने अब तक 3.6% चढ़ चुके हैं

Share Markets: भारतीय शेयर बाजारों में सितंबर महीने की शुरुआत से मजबूत तेजी देखी जा रही है। इसके चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप अब बढ़कर 465 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है, जो इसका पिछले 11 महीनों का सबसे ऊंचा स्तर है। पिछली बार 3 अक्टूबर 2024 को BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप इस स्तर पर देखा गया था। यह अब 27 सितंबर 2024 के बनाए अपने रिकॉर्ड हाई से सिर्फ 2.7% दूर है।

सितंबर महीने की शुरुआत से अब तक निवेशकों की संपत्ति में लगभग 20 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।

सभी सेगमेंट में तेजी

शेयर बाजार में दिखी हालिया तेजी चौतरफा रही है। लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में भी मजबूत खरीदारी दिखी है। Sensex और Nifty दोनों इस महीने अब तक 3.6% चढ़ चुके हैं। यह दोनों इंडेक्स अब अपने ऑल-टाइम हाई से महज 3.6% दूर हैं। वहीं BSE MidCap इंडेक्स में सितंबर महीने की शुरुआत से अब तक 4.7% और SmallCap इंडेक्स में 6% की उछाल देखी जा चुकी है।


इस तेजी की अगुआई सरकारी कंपनियों के शेयरों ने की है। बीएसई पीएसयू इंडेक्स इस महीने अब तक 7.5% ऊपर चढ़ चुका है। वहीं बाकी सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो बीएसई ऑटो में 9 प्रतिशत, ऑयल एंड गैस में 4.5 प्रतिशत और BSE 500 इंडेक्स में इस दौरान 5 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है।

तेजी के पीछे कारण

शेयर बाजार की इस तेजी के पीछे कई अहम वजहें मानी जा रही हैं। इनमें भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बढ़ी उम्मीदें, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की अटकलें, ऑटो और एनर्जी सेक्टर में मजबूत घरेलू मांग और सरकार की ओर से जीएसटी कटौती जैसे कारण शामिल हैं।

तकनीकी स्तर

टेक्निकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि निफ्टी के लिए आगे 25,400 के स्तर पर तत्काल रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। अगर यह स्तर पार होता है तो बाजार 25,500–25,600 की ओर बढ़ सकता है। वहीं, नीचे की ओर 25,250 और 25,100 पर सपोर्ट दिख रहा है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वॉइंट की कटौती करता है तो यह तेजी और आगे बढ़ सकती है। वहीं, RBI भी अक्टूबर 2025 में दरों में कटौती कर सकता है क्योंकि महंगाई में नरमी दिख रही है।

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