एक महीने में बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) के निवेशकों के करीब ₹1.4 लाख करोड़ डूब गए। इस गिरावट की एक बड़ी वजह तो जेन स्ट्रीट स्कैंडल (Jane Street Scandal) है ही, लेकिन साथ ही डेरिवेटिव्स सेगमेंट पर मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की सख्ती, टर्नओवर में गिरावट और एनालिस्ट्स के डाउनग्रेड भी हैं। बीएसई के शेयर जून महीने के हाई लेवल से करीब 22% टूटकर अब बेयर जोन में आ चुका है तो एनएसई के शेयर भी 18% टूट चुके हैं और बेयर जोन के करीब आ गया। बता दें कि बीएसई के शेयर एनएसई पर लिस्टेड हैं तो एनएसई के शेयरों की ट्रेडिंग अनलिस्टेड मार्केट में ही अभी होती है लेकिन इसके भी लिस्टिंग की तैयारी चल रही है।