सेंसेक्स (Sensex)और बैंकेक्स (Bankex) सूचकांकों में डेरिवेटिव ट्रेडिंग को बढ़ावा देने के लिए बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने इनके मासिक, साप्ताहिक और लंबी अवधि के फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्टों लॉट साइज और इनके एक्पायरी के दिन में बदलाव कर दिया है। बीएसई ने एक बयान में कहा है कि यह बदलाव इस साल 15 मई से प्रभावी होगा। बीएसई ने बताया है कि सेंसेक्स के फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्टों का लॉट साइज पहले के 15 से घटाकर 10 कर दिया गया है। वहीं, बैंकेक्स इंडेक्स के लिए, फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट्स के लॉट साइज को मौजूदा 20 के बजाय 15 कर दिया गया है।
सेंसेक्स और बैंकेक्स कॉन्ट्रैक्ट अब शुक्रवार को होंगे एक्सपायर
इसके अलावा सेंसेक्स और बैंकेक्स के मासिक, साप्ताहिक और लंबी अवधि के फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्टों के एक्पायरी के दिन को अब गुरुवार से बदल कर शुक्रवार कर दिया गया है। अगर एक्सपायरी का दिन ट्रेडिंग अवकाश के दिन पड़ता है, तो फिर अवकाश के पहले वाले कारोबारी दिन एक्पायरी होगी।
वर्तमान में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट गुरुवार को होते हैं एक्सपायर
बता दें कि वर्तमान में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट ( फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस) गुरुवार को एक्सपायर होते हैं, जबकि मंथली कॉन्ट्रेक्टों प्रत्येक माह के अंतिम गुरुवार को कारोबारी सत्र के अंत तक ही वैध रहते हैं। उसके बाद ये एक्सपायर हो जाते हैं।
गौरतलब है कि डेरीवेटिव कॉन्ट्रैक्ट एक फाइनेंशियल इस्ट्रूमेंट होते हैं जिनकी वैल्यू अंडरलाइंग एसेट पर निर्भर होती है। उदाहरण के लिए किसी इक्विटी डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट की वैल्यू उस कॉन्ट्रैक्ट के अंतर्निहित स्टॉक या इक्विटी इंडेक्स के साथ ही घटती-बढ़ती है।
बीएसई ने कहा है कि S&P BSE Sensex के सभी मासिक, साप्ताहिक और लंबी अवधि के फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट और S&P BSE Bankex के सभी मौजूदा साप्ताहिक और मासिक कॉन्ट्रैकट गुरुवार 12 मई, 2023 को कारोबारी दिन की समाप्ति के साथ ही एक्पायर हो जाएंगे और 15 मई 2023 से ट्रेड के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
इन कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी के दिन और इनके लॉट साइज के अलावा इनमें और कोई बदलाव नहीं
बीएसई के बयान में आगे कहा गया है कि S&P BSE Sensex के नए साप्ताहिक, मासिक और लंबी अवधि के फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट और S&P BSE Bankex के नए साप्ताहिक और मासिक फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट 12 मई, 2023 को जेनरेट होंगे और 15 मई 2023 से ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगे। बीएसई ने ये भी बताया है कि इन कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी के दिन और इनके लॉट साइज के अलावा इनमें और कोई बदलाव नहीं किया गया है।