BSE Sensex 11 दिसंबर को पहली बार 70000 के मार्क को पार कर गया। सुबह सेंसेक्स 69,925.63 पर खुला और तुरंत ही 70,057.83 के मार्क को छू गया। 30 शेयरों वाले सेंसेक्स ने इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक्नोलोजिज और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों की मदद से यह मार्क टच किया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की ओर से दिसंबर की मीटिंग में रेपो रेट जस की तस रखे जाने, विदेशी निवेशकों की ओर से निवेश फिर शुरू होने, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और सत्तारूढ़ भाजपा की हाल ही में 3 राज्यों के चुनावों में जीत के बाद राजनीतिक स्थिरता की आस में शेयर बाजार में रैली देखने को मिल रही है।
इससे पहले 8 दिसंबर को रेपो रेट में बदलाव न होने की घोषणा के बाद NSE Nifty ने पहली बार 21000 के मार्क को छुआ था। यह 21005.05 के मार्क तक गया था। 11 दिसंबर को निफ्टी एक बार फिर 21000 के मार्क को क्रॉस करके पिछले रिकॉर्ड हाई को तोड़ता हुआ 21,026.10 पर जा पहुंचा।
हाल-फिलहाल नहीं आने वाली गिरावट
विश्लेषकों का मानना है कि बाजार में निकटावधि में तेजी जारी रहेगी। हालांकि शेयरों में मामूली मुनाफावसूली की आशंका है क्योंकि अधिकांश इंडेक्स रिकॉर्ड उच्च स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं। पिछले सप्ताह के दौरान BSE, NSE के साथ-साथ बैंक निफ्टी भी नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ था। Nifty50, 702 अंक या 3.46 प्रतिशत बढ़कर 20,969 पर बंद हुआ, जो जुलाई 2022 के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त है। वहीं BSE Sensex 2,344 अंक या 3.47 प्रतिशत बढ़कर 69,826 पर पहुंच गया था।
लंबी अवधि में बनी रहेगी तेजी
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट गौरांग शाह का कहना है कि ओपेक+ देशों की ओर से कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती की घोषणा के बावजूद, कच्चा तेल नरम स्तर पर बना हुआ है। उम्मीद है कि लंबी अवधि में बाजार की गति मजबूत रहेगी क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक की ताजा मौद्रिक नीति बैठक में टिप्पणी सकारात्मक रही है। शाह ने यह भी कहा कि विदेशी निवेशकों की ओर से भारतीय इक्विटी बाजारों में निवेश भी टिकाऊ है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने दिसंबर माह के पहले छह कारोबारी सत्रों में भारतीय इक्विटी बाजारों में 26,505 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसके पहले नवंबर में FPI ने 9,000 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था। FPI ने अक्टूबर में 24,548 करोड़ रुपये और सितंबर में 14,767 करोड़ रुपये भारतीय शेयर बाजारों से निकाले थे।