BSE Shares: बिकवाली के माहौल में बीएसई के भी शेयर आज ढह गए। इसके शेयरों में आज लगातार दूसरे कारोबारी दिन गिरावट का भारी दबाव दिखा और दो दिनों में यह 8% से अधिक टूट गया। आज की बात करें तो इंट्रा-डे में एनएसई पर यह 4.65% फिसलकर ₹2,748.40 के भाव तक आ गया था। निचले स्तर पर रिकवरी के बावजूद यह काफी कमजोर बना हुआ है। दिन के आखिरी में यह 4.42% की गिरावट के साथ ₹2,755.00 के भाव पर बंद हुआ है। इसके शेयरों में बिकवाली का यह दबाव तब से आया है, जब से इसे लॉन्ग टर्म एडीएशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) फ्रेमवर्क के पहले स्टेज में रखा गया।
BSE के इस फ्रेमवर्क में आने का क्या है मतलब?
बीएसई के शेयर दो दिन पहले ही 10 जून 2025 को रिकॉर्ड हाई पर चले गए थे। हालांकि फिर इसे 11 जून को लॉन्ग टर्म एएसएम फ्रेमवर्क के पहले स्टेज में डाल दिया गया यानी कि अब इसमें ट्रे़डिंग के लिए 100% मार्जिन की जरूरत पड़ेगी। लॉन्ग टर्म एएसएम में किसी स्टॉक को वॉल्यूम, प्राइस वैरिएशंस और एक खास टाइम फ्रेम में टॉप क्लाइंट्स के कंसेंट्रेशन के आधार पर रखा जाता है। यह शेयरों के उतार-चढ़ाव पर एक्सचेंजों की अतिरिक्त निगरानी का तरीका होता है।
क्या है ब्रोकरेज फर्मों का रुझान?
बीएसई को कवर करने वाले 14 एनालिस्ट्स में से 10 ने इसे खरीदारी, 3 नो होल्ड और 1 ने सेल रेटिंग दी है। पिछले एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल एनएसई पर यह 23 जुलाई 2024 को एक साल के निचले स्तर ₹705.00 पर था। इस निचले स्तर से करीब 11 महीने में यह 329.79% उछलकर 10 जून 2025 को ₹3,030.00 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था।
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