BSE Share Price: बीएसई के शेयर धड़ाम, NSE के इस एक्शन के चलते आई गिरावट

BSE Share Price: BSE के शेयरों में बुधवार को 5% तक गिरावट आई। यह पिछले तीन हफ्ते में BSE के शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट है। जानिए इस गिरावट की क्या वजह है और स्टॉक पर एनालिस्टों की क्या राय है।

अपडेटेड Jun 11, 2025 पर 5:24 PM
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बीएसई का शेयर 11 मार्च 2025 को ₹1,227 के निचले स्तर पर था। वहां से अब तक तीन महीने में यह 147% बढ़ चुका था।

BSE Share Price: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) लिमिटेड के शेयरों में बुधवार को 5% तक की गिरावट दर्ज की गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने स्टॉक को एडिशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) फ्रेमवर्क के स्टेज-1 में रखा है, जिसके चलते शेयर पर नकारात्मक असर दिखा है। अब इस स्टॉक पर ट्रेडिंग के लिए 100% मार्जिन अनिवार्य हो गया है। इसका मतलब है कि खरीद या बिक्री के लिए पूरे सौदे का मूल्य पहले से जमा करना होगा।

क्या है ASM स्टेज-1?

ASM फ्रेमवर्क के तहत स्टॉक्स को मूल्य में असामान्य उतार-चढ़ाव, ज्यादा वॉल्यूम या चुनिंदा निवेशकों की ओर से अत्यधिक भागीदारी जैसे कुछ मानकों के आधार पर चयनित किया जाता है। स्टेज-1 के तहत आने वाले स्टॉक्स पर T+3 दिन से 100% मार्जिन लागू होता है। हालांकि, ऐसे स्टॉक्स को खरीदा और बेचा जा सकता है। इन स्टॉक्स को 90 दिन के बाद फ्रेमवर्क से बाहर किया जा सकता है।


BSE का हालिया प्रदर्शन

बीएसई का शेयर 11 मार्च 2025 को ₹1,227 के निचले स्तर पर था। वहां से अब तक तीन महीने में यह 147% बढ़ चुका था। साल की शुरुआत से अब तक इसमें 60% की बढ़त रही है। आज की गिरावट से पहले बीएसई के शेयरों में लगातार 9 ट्रेडिंग सेशंस तक तेजी देखी गई थी। इनमें से चार सेशंस में हर दिन 1 करोड़ से ज्यादा शेयरों की ट्रेडिंग हुई। हालांकि, बुधवार को वॉल्यूम 16 मई के बाद सबसे कम रहा।

एनालिस्ट की राय

बीएसई का शेयर बुधवार को 4.44% की गिरावट के साथ ₹2,872.00 पर बंद हुआ। इस स्टॉक को कवर करने वाले 14 एनालिस्ट्स में से 10 ने इसे खरीदने (Buy) की सलाह दी है। वहीं, 3 ने होल्ड (Hold) और 1 ने सेल (Sell) रेटिंग दी है। BSE का मार्केट कैप ₹1.17 लाख करोड़ रुपये है।

BSE का बिजनेस क्या है

BSE एक फाइनेंशियल मार्केट प्लेटफॉर्म है जो शेयर, डेरिवेटिव्स, बॉन्ड, करंसी और म्युचुअल फंड जैसी सिक्योरिटीज की ट्रेडिंग की सुविधा देता है। इसका बिजनेस मॉडल मुख्य रूप से लिस्टिंग फीस, ट्रेडिंग से होने वाली ट्रांजैक्शन फीस, डेटा सर्विसेस, टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म और म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूशन (BSE StAR MF) से होने वाली कमाई पर आधारित है।

BSE SME और इंटरनेशनल एक्सचेंज (India INX) जैसे विशेष सेगमेंट्स के जरिए यह छोटे कारोबारों और ग्लोबल इनवेस्टर्स को भी सेवा देता है।

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