कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज (CSE) इस साल 20 अक्टूबर को हो सकता है कि अपनी आखिरी काली पूजा और दिवाली मनाए। एक दशक यानि कि 10 साल चली लंबी कानूनी लड़ाई के बाद एक्सचेंज की अपनी मर्जी से ऑपरेशंस बंद करने की प्रोसेस लगभग पूरी होने वाली है। नियमों का पालन न करने के कारण अप्रैल, 2013 में कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने CSE में ट्रेडिंग सस्पेंड कर दी थी। इसके बाद एक्सचेज ने ऑपरेशंस को फिर शुरू करने और अदालतों में SEBI के निर्देशों का विरोध करने की सालों तक कोशिश की।
