इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट फाइनेंस कंपनी (IDFC) लिमिटेड ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने IDFC एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के विनिवेश को मंजूरी दे दी है। CCI की इस मंजूरी के बाद मंगलवार को NSE पर IDFC के शेयरों में 3.5 फीसदी से अधिक की उछाल देखी गई। CCI से मंजूरी के अलावा कंपनी को अभी इस डील के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) से भी मंजूरी लेना होगा।
बता दें कि इस साल अप्रैल में बंधन बैंक की पैंरट कंपनी बंधन फाइनेंशियल होल्डिंग्स (BFHL) की अगुआई वाले एक कंसोर्शियम ने 4,500 करोड़ रुपये में IDFC एसेट मैनेजमेंट कंपनी के अधिग्रहण का ऐलान किया था। कंसोर्शियम के अन्य सदस्यों में प्राइवेट इक्विटी फर्म क्रिसकैपिटल और सिंगापुर की सोवरेन फंड जीआईसी (GIC) शामिल है।
IDFC लिमिटेड ने एक बयान में बताया था कि बंधन ग्रुप की अगुआई वाले कंसोर्शियम को एक कड़ी बोली प्रक्रिया के जरिए चुना गया है। इसके लिए 15 से अधिक वित्तीय संस्थानों और रणनीतिक निवेशकों के बोली लगाई थी। कंसोर्शियल की तरफ से जारी बयान में कहा गया, "इस अधिग्रहण पर लोगों की लंबे समय से निगाह थी और यह देश के एसेट मैनेजमेंट इंडस्ट्री का अब तक का सबसे बड़ा डील होने जा रहा है।"
कंपनी ने कहा, "समझौते में IDFC AMC की मौजूदा टीम और इनवेस्टमेंट प्रक्रिया को पहले की तरह जारी रखने पर बात की गई है। यूनिटधारकों को इस स्थिरता का लाभ मिलेगा। साथ ही बंधन के ब्रांड और GIC और सीसी के इंटरनेशन नेटवर्क और अनुभवों से IDFC AMC को इंडस्ट्री में अपनी उपस्थिति मजबूत बनाने और भविष्य में और तेजी से ग्रोथ हासिल करने में मदद मिलेगी।"
इस बीच IDFC लिमिटेज के शेयर मंगलवार को NSE पर 3.63 फीसदी बढ़कर 60.00 रुपये के भाव पर बंद हुए। पिछले एक महीने में कंपनी का शेयर करीब 12.57 फीसदी बढ़ा है। हालांकि साल 2022 की शुरुआत से देखें तो अब तक इसमें 6.03 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं पिछले एक साल में यह शेयर 7.43% बढ़ा है।