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Chartist Talks: निफ्टी जल्द छू सकता है 25500 का स्तर, बैंक निफ्टी में भी ब्रेकआउट के संकेत

Nifty trend : निफ्टी के लिए 24,950-25,000 के जोन में तत्काल सपोर्ट दिख रहा है। सुदीप शाह ने कहा कि 25,000 से ऊपर की निर्णायक क्लोजिंग होने पर शॉर्ट टर्म में निफ्टी में 25,300 का स्तर देखने को मिल सकता है। इसके पार जाने पर निफ्टी के लिए 25,500 की ओर आगे की बढ़त का रास्ता खुल सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड May 24, 2025 पर 1:57 PM
Chartist Talks: निफ्टी जल्द छू सकता है 25500 का स्तर, बैंक निफ्टी में भी ब्रेकआउट के संकेत
Bank Nifty trend: बैंक निफ्टी इंडेक्स के भीतर,एचडीएफसी बैंक,आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक जैसे दिग्गज अच्छे संकेत दे रहे हैं। ये सभी डेली चार्ट पर अपने कंसोलीडेशन पैटर्न से बाहर निकलने के कगार पर हैं

एसबीआई सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने मनीकंट्रोल के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि वर्तमान चार्ट स्ट्रक्चर से पता चलता है कि निफ्टी आने वाले सत्रों में अपनी तेजी बनाए रखेगा। उनका मानना ​​है कि बैंक निफ्टी शॉर्ट टर्म में बेहतर प्रदर्शन करोगा। यह इंडेक्स अपने महीने भर के कंसोलीडेशन से ब्रेकआउट के करीब पहुंच रहा है। दिग्गज बैंकिंग स्टाक्स भी अपने ब्रेकआउट स्तरों के करीब पहुंच रहे हैं। इससे बैंक निफ्टी को तगड़ा बूस्टर मिल सकता है। सुदीप शाह एसबीआई सिक्योरिटीज में डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट और तकनीकी और डेरिवेटिव रिसर्च के हेड हैं।

क्या आपको लगता है कि आगामी एफएंडओ एक्सपायरी वीक में निफ्टी अपने हालिया स्विंग हाई 25,116 को पार कर जाएगा?

इसके जवाब में सुदीप शाह ने कहा कि बढ़ते बाजार में, 20-डे ईएमए कोई मंजिल नहीं है - यह एक स्प्रिंगबोर्ड है। हाल ही में कीमतों में हुई हलचल इस बात को पूरी तरह से सही साबित करती है। पिछले सप्ताह में तेज उछाल के बाद, बेंचमार्क इंडेक्स, निफ्टी राहक की सांस लेती दिखा है। इंडेक्स में एक हेल्दी करेक्शन हुआ है। इस पुलबैक को 20-डे ईएमए के पास सपोर्ट मिला। इसके बाद एक अच्छी वापसी हुई। इससे चल रहे अपट्रेंड में एक अहम स्प्रिंगबोर्ड के रूप में 20-डे ईएमए की भूमिका साफ नजर आई है।

खास बात ये है कि यह व्यवहार अलग-थलग नहीं था। अधिकांश फ्रंटलाइन इंडेक्स भी अपने 20-डे ईएमए से उछलते दिखे। जिससे यह पता चलता है कि ब्रॉडर मार्केट में अभी भी तेजी का रुझान कायम है। जब तक निफ्टी इस अहम सपोर्ट से ऊपर कारोबार कर रहा है, तब तक तेजी का रुझान बना रहेगा। ऐसे में किसी भी करेक्शन को कमजोरी के संकेत के बजाय खरीद के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए।

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