भारत में FIIs की बिकवाली बढ़ती जा रही है। FIIs ने कल भारत में 4 साल की सबसे बड़ी बिकवाली की। अचानक से भारत के प्रति FIIs का मोह भंग क्यों हुआ है इसकी जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के सहयोगी होर्मज़ फटाकिया ( Hormaz Fatakia) ने कहा कि राहत पैकेज के एलान के बाद FIIs का 'चीन' प्रेम बढ़ गया है। वहीं, भारत में FIIs की भारी बिकवाली देखने को मिल रही है। इस समय भारत में 4 साल में सबसे ज्यादा FII बिकवाली देखने को मिल रही है।
कैश में FIIs की बिकवाली पर नजर डालें तो 3 अक्टूबर को FIIs की तरफ से 15,243 करोड़ रुपए की बिकवाली हुई। डिलिवरी बेस्ड बिकवाली के आंकड़ों पर नजर डालें तो 3 अक्टूबर को FIIs ने रिलायंस में 4,451 करोड़ रुपए की, HDFC बैंक में 3,718 करोड़ रुपए की, ICICI बैंक में 1,745 करोड़ रुपए की, एक्सिस बैंक में 1,700 करोड़ रुपए की और टाटा मोटर्स में 1,480 करोड़ रुपए की बिकवाली की।
इस साल FIIs की बड़ी बिकवाली
इस साल FIIs की तरफ से होने वाली बड़ी बिकवाली की बात करें तो 17 जनवरी FIIs की तरफ से 10,578 करोड़ रुपए की बिकवाली हुई। फिर 18 जनवरी को 9,901 करोड़ रुपए की, 4 जून को 12,436 करोड़ रुपए की, 5 अगस्त को 10,073 करोड़ रुपए की और 30 सितंबर 9,791 करोड़ रुपए की बिकवाली हुई। वहीं, 3 अक्टूबर को कैश में FIIs की 6 महीने में सबसे बड़ी बिकवाली देखने को मिली। कल कैश में FIIs की तरफ से 15 हजार करोड़ से ज्यादा की बिकवाली आई। फ्यूचर्स के आंकड़े भी जोड़े तो एक दिन में ही करीब एक लाख करोड़ रुपये की बिकवाली हुई है।
बाजार जानकारों का कहना है कि चीन के बाजारों के सस्ते वैल्युएशन से विदेशी निवेशक उसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं। चीन इकोनॉमी को बड़ा राहत पैकेज दिया है। इससे रियल्टी सेक्टर को बड़ा पुश मिलने की उम्मीद है। चीन ने कर्ज भी सस्ता किया है। जिसके चलते चीन के बाजार भागते नजर आ रहे हैं।
FIIs के 'चीन' प्रेम पर GQG पार्टनर्स के राजीव जैन
GQG पार्टनर्स के राजीव जैन का कहना है कि पिछले 3 साल में हमने कई बार चीन को लेकर FIIs में उत्साह देखा है। चीन में शॉर्ट टर्म की ट्रेडिंग पार्टी तो ठीक है। लेकिन क्या वाकई में 3-5 साल के नजरिये से निवेश किया जा सकता है? यहा अपने में बड़ा सवाल है। चीन की लॉन्ग टर्म ग्रोथ संभावनाओं पर विश्वास नहीं किया जा सकता।
भारत से चीन में रोटेशन पर सिटी
भारत से चीन में होने वाले रोटेशन पर अपनी राय देते हुए सिटी ने कहा है कि एक हफ्ते में CSI300 इंडेक्स 24 फीसदी उछला है। चीन में पिछले हफ्ते कई पॉलिसी का एलान हुआ है। चीन में इस साल भारत से बेहतर रिटर्न मिलने की उम्मीद है। लेकिन मजबूत मैक्रो और बेहतर ग्रोथ उम्मीदों के चलते भारत में निवेश जारी रहेगा।
चीन में उछाल, भारत पर असर
चीन में उछाल का भारत पर क्या होगा असर इस पर बात करते हुए गेवकल रिसर्च ने कहा कि विदेशी निवेशक चीन में निवेश से बचते हैं । चीन की मुश्किलें हमारे लिए मौके हैं। भारत का बुल मार्केट थमेगा ये सोचना बहुत जल्दबाजी होगी। आगे भारत में विदेशी आवक होती रहेगी।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।