बाजार में गिरावट के बीच कई शेयर ऐसे भी होते हैं जो गिरावट में भी तेजी दिखाते हैं। जैन इरिगेशन सिस्टम्स (Jain Irrigation Systems) का शेयर ऐसा ही शेयर है। इसमें आज यानी बुधवार 22 जून को कमजोर बाजार में 17 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली। निवेशकों ने सिंगापुर स्थित इन्वेस्टमेंट फंड Temasek का हिस्सा कही जाने वाली Rivulus के साथ कंपनी के अंतरराष्ट्रीय सिंचाई कारोबार के मर्जर को पसंद किया। जिससे आज शेयरों में तेजी नजर आई।
यदि सभी मंजूरियां मिल जाती हैं, तो संयुक्त इकाई का रेवन्यू 75 करोड़ डॉलर होगा। इसके साथ ही ये दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सिंचाई का कारोबार वाली कंपनी बन जायेगी।
मंगलवार को जैन इरिगेशन के शेयर में करीब 20 प्रतिशत की तेजी आई। स्टॉक पिछले दो दिनों से बढ़ रहा है। इस अवधि के दौरान ये शेयर 34 प्रतिशत से अधिक चढ़ गया है।
कंपनी ने कल बाजार बंद होने के बाद एक्सचेंजों को सूचित किया कि कंपनी द्वारा मर्ज्ड कंपनी के साथ लाइसेंस एंड सप्लाई एग्रीमेंट और ट्रेड मार्क लाइसेंस एग्रीमेंट के रूप में दो एग्रीमेंट किया जायेगा।
कंपनी ने कहा कि मर्जर से प्राप्त नकद आय का उपयोग जैन इरिगेशन के कंसोलिडेटेड कर्ज को लगभग 45 प्रतिशत घटाने के लिए किया जाएगा। इसमें लगभग 22.5 करोड़ डॉलर के सभी रिस्ट्रक्चर्ड विदेशी बांड और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सिंचाई के सेक्टर में कारोबार करने वाली विदेशी कंपनियों से प्राप्त कर्ज शामिल हैं।
जैन इरिगेशन सिस्टम्स के वाइस-चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल जैन ने कहा "हमारी 22 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ हम कंपनी के साथ बने रहने और बढ़ने का इरादा रखते हैं। यह पहले से ही अरबों डॉलर की कंपनी है। अगले कुछ वर्षों में यह वैश्विक स्तर पर लिस्ट हो सकती है। इसके पास तरक्की करने के और साधन होंगे। इसके साथ ही हम भारत के बाहर भी बिक्री करना जारी रखेंगे।"
ये सौदा जरूरी नियामक अनुमोदन और अन्य समापन शर्तों के अधीन है। इस सौदे के 2023 की शुरुआत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)