Stock in Focus: पब्लिक सेक्टर की दो दिग्गज कंपनियों ने रेल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए समझौता किया है। यह नॉन-बाइंडिंग समझौता ज्ञापन (MoU) कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) और सरकारी इंजीनियरिंग-कंस्ट्रक्शन कंपनी- इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड (IRCON International Ltd) के बीच हुआ है। कोलकाता में हुए इस समझौते का मकसद कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियों के लिए रेल नेटवर्क डेवलप करना है।
यह साझेदारी कोल इंडिया की कोयला ढुलाई क्षमता और लॉजिस्टिक नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। इससे कोयले का ट्रांसपोर्टेशन तेज और किफायती हो सकेगा।
कोल इंडिया ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली यानी जून तिमाही में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में गिरावट दर्ज की थी। कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर (YoY) 20.1% घटकर ₹8,734 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह ₹10,934 करोड़ था। कोल इंडिया का ऑपरेशन से रेवेन्यू ₹35,842 करोड़ रहा था, जो पिछले साल ₹37,503 करोड़ से 4.4% कम रहा।
IRCON International का भी जून तिमाही में प्रदर्शन कमजोर रहा था। कंपनी का शुद्ध लाभ 26.5% घटकर ₹164.5 करोड़ रह गया। ऑपरेशन से रेवेन्यू भी 21.9% घटकर ₹1,786 करोड़ पर आ गया। टोटल इनकम घटकर ₹1,892.4 करोड़ रह गई। EBITDA में भी 20% की गिरावट आई । मार्जिन (Margin) 11.2% पर लगभग स्थिर रहा।
कोल इंडिया के शेयर बुधवार को NSE पर 0.69% की गिरावट के साथ ₹382.05 पर बंद हुए। पिछले 6 महीने में स्टॉक का रिटर्न तकरीबन फ्लैट रहा। हालांकि, 1 साल में कोल इंडिया के शेयरों में 22.32% की गिरावट आई है। कोल इंडिया का मार्केट कैप ₹2.35 लाख करोड़ है।
वहीं, IRCON International के स्टॉक्स ने 1.74% की गिरावट के साथ ₹179.43 पर क्लोजिंग दी। पिछले 6 महीने में स्टॉक 20.65% का रिटर्न दिया है। हालांकि, 1 साल में यह भी 17.86% नीचे आया है। इरकॉन इंटरनेशनल का मार्केट कैप 16.85 हजार करोड़ रुपये है।
Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।