कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने सोमवार को जानकारी दी कि उसने दामोदर वैली कॉरपोरेशन (DVC) के साथ साझेदारी की है। इस पार्टनरशिप का मकसद झारखंड में 1,600 मेगावाट (2x800 MW) की अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट की स्थापना करना है। इस प्रोजेक्ट में कुल ₹16,500 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है।
यह ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट चंद्रपुरा थर्मल पावर स्टेशन (CTPS) का विस्तार होगा, जिसकी मौजूदा क्षमता 2x250 मेगावाट है।
कोल इंडिया और DVC के बीच MoU
कोल इंडिया और DVC की साझेदारी को लेकर दोनों सरकारी उपक्रमों के बीच गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (MoU) पर 21 अप्रैल को कोलकाता में हस्ताक्षर किया गया। DVC पश्चिम बंगाल और झारखंड में सक्रिय एक प्रमुख पावर यूटिलिटी है।
नए प्रोजेक्ट लिए संयुक्त उद्यम कंपनी का गठन 50:50 इक्विटी साझेदारी के आधार पर किया जाएगा। प्रस्तावित प्लांट के लिए कोयला आपूर्ति कोल इंडिया की सब्सिडियरी कंपनियों- भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) के पास के कोयला क्षेत्रों से की जाएगी।
कोल इंडिया के तिमाही नतीजे भी जारी
कोल इंडिया ने चालू वित्त वर्ष की तिमाही में ₹8,491.2 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। कंपनी के वित्तीय नतीजे एनालिस्ट के अनुमान से बेहतर रहे। हालांकि, यह पिछले वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 17.5% कम है, जब कंपनी ने ₹10,291.7 करोड़ का लाभ कमाया था।
कंपनी की आय ₹35,779.8 करोड़ रही, जो ₹35,558 करोड़ के अनुमान से थोड़ी अधिक है, लेकिन Q3 FY24 की तुलना में 1% कम है। EBITDA ₹12,317.2 करोड़ रहा। यह अनुमानित ₹10,098 करोड़ से काफी अधिक है, लेकिन सालाना आधार पर 5% की गिरावट दिखाता है।
इससे पहले, कोल इंडिया की सब्डियररी SECL ने ₹7,040 करोड़ का समझौता TMC मिनरल रिसोर्सेज के साथ किया था। इससे कंपनी की विस्तार और विविधीकरण रणनीति की झलक मिलती है।
कोल इंडिया के शेयरों का हाल
कोल इंडिया के शेयर सोमवार (21 अप्रैल) को 0.46% की बढ़त के साथ 400.70 रुपये पर बंद हुए। कंपनी ने बीते 5 साल में 192.48% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। हालांकि, पिछले एक साल में इसमें 9.54% की गिरावट आई है। इस साल यानी 2025 में अब तक कोल इंडिया ने 3.70% का रिटर्न दिया है।
कोल इंडिया का मार्केट कैप 2.47 लाख करोड़ का है। इसका 52 वीक का हाई 543.55 और लो-लेवल 349.25 रुपये है।