दिग्गज आईटी कंपनी कोफोर्ज (Coforge) के शेयरों में आज एक बड़ी ब्लॉक डील के चलते भारी गिरावट दिख रही है। इसके करीब 60 लाख शेयरों के लेन-देन के चलते शेयर टूट रहे हैं। यह करीब 9.8 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी के बराबर है। इन शेयरों का लेन-देन किन पार्टियों के बीच हुआ यानी इसके क्रेता-विक्रेता कौन हैं, इसका खुलासा तो नहीं हो पाया है। हालांकि कुछ समय पहले जानकारी आई थी कि बैरिंग प्राइवेट इक्विटी (Baring Private Equity) की एक कंपनी Hulst BV कोफोर्ज में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचेगी। कोफोर्ज के शेयर 6 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ फिलहाल 4059.10 रुपये के भाव (Coforge Share Price) पर ट्रेड हो रहे हैं। इंट्रा-डे में यह 4038.95 रुपये तक फिसल गया था।
Coforge में Baring की कितनी हिस्सेदारी
11 फरवरी को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली थी कि बैरिंग प्राइवेट इक्विटी ब्लॉक डील के तहत अपने हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है। इस डील का बेस साइज 4.9 फीसदी और 9.8 फीसदी तक के ग्रीनशू ऑप्शन की योजना तैयार की गई। इस डील के लिए 11 फरवरी के क्लोजिंग प्राइस 4330 रुपये से 7 फीसदी डिस्काउंट का भाव तय किया गया। 9.8 फीसदी इक्विटी के हिसाब से इस डील की कीमत 2600 करोड़ रुपये पड़ी। बैरिंग प्राइवेट इक्विटी फर्म ने करीब चार साल पहले वर्ष 2019 में कोफोर्ज में हिस्सेदारी खरीदी थी। मार्च 2021 के आखिरी में इसकी कोफोर्ज में 63.99 फीसदी हिस्सेदारी थी जिसे बाद में प्रमोटर की 40 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर कम किया गया।
निवेश के लिए क्या करें निवेशक?
ब्रोकरेज फर्म नोमुरा नोमुरा के मुताबिक काम पूरा करने के मामले में कंपनी के शानदार ट्रैक रिकॉर्ड, नए बाजारों के विकास और मार्केट में पहुंच के हिसाब से अपने ढांचे में बदलाव के चलते ग्रोथ की मजबूत संभावनाएं हैं। ऐसे में नोमुरा रिसर्च ने कोफोर्ज की बाय रेटिंग के साथ कवरेज शुरू की है और निवेश के लिए 5050 रुपये का टारगेट प्राइस फिक्स किया है। यह मौजूदा भाव से 24 फीसदी अपसाइड है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो अक्टूबर-दिसंबर 2022 में कोफोर्ज का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 24.2 फीसदी उछलकर 228.20 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 23.99 फीसदी चढ़कर 2055.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
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