जिनका प्यार में कभी दिल नहीं टूटा था, उन्हें भी कल इसके दर्द का एहसास हुआ। सोमवार की सुबह पूरा देश भारी मन से उठा। दिल में टीम इंडिया की हार की टीस थी। वो वर्ल्ड कप फाइनल (Cricket World Cup Final) में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली इस करारी हार से उबरने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि आज शेयर बाजार में भी उन्हें कुछ ऐसी ही पटकथा देखने को मिली। एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) शुरुआती घंटे में ऊपर उठने की काफी कोशिश करने के बावजूद अंत में 0.19 फीसदी गिरकर 19,649 के स्तर पर बंद हुआ।
ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है। यह अजब संयोग है कि वर्ल्ड कप या ICC टूर्नामेंट में जब भी टीम इंडिया ने कोई बड़ा मैच हारा है, उसके अगले दिन निफ्टी नीचे आया है।
लगभग हर बार जब भारत किसी बड़ी आईसीसी प्रतियोगिता से बाहर हुआ है, तो अगले सत्र में निफ्टी लाल निशान में बंद हुआ है। इतना ही नहीं, कभी-कभी बाजार ने नॉकआउट मैच में क्रिकेट टीम की बड़ी हार को भी लगभग उसी तरह लिया है।
उदाहरण के लिए 10 नवंबर 2022 की तारीख। जब टीम इंडिया, T-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैड के खिलाफ उतरी थी। यह मैच भारतीय समयानुसार दोपहर करीब डेढ़ बजे शुरू हुआ था। हालांकि एक घंटे के अंदर ही यह साफ हो गया है कि भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ा गई है। निफ्टी उस दिन 0.71 प्रतिशत गिर बंद हुआ था, जो उस दिन देश की सामूहिक निराशा को दिखाता है।
इससे भी ज्यादा दिलचस्प मामला 2019 का वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल था। बारिश से रुकावट के चलते यह मैच दो दिन तक चला था। दोनों दिन शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए थे।
दरअसल पिछले 20 सालों में अभी तक सिर्फ 2 बार ऐसा हुआ है, जब निफ्टी ने भारतीय टीम के हार के बावजूद हरे निशान में कारोबार किया हो। पहला मामला है 2014 के टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल का है, जबकि दूसरा मामला 2017 का चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल है।
आप नीचे दिए टेबल में देख सकते हैं कि ICC टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम के प्रदर्शन और अगले दिन उसका शेयर बाजार पर क्या असर रहा है-