Concord Biotech IPO Listing: बॉयोफार्मा कंपनी कॉनकॉर्ड बॉयोटेक (Concord Biotech) के शेयरों की आज सुस्त मार्केट में भी धांसू एंट्री हुई। आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर 741 रुपये के भाव पर जारी हुए थे। अब आज इसकी बीएसई पर 900.05 रुपये के भाव (Concord Biotech Listing Price) पर शुरुआत हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 21 फीसदी लिस्टिंग गेन मिला। लिस्टिंग के बाद भी शेयरों की तेजी जारी रही और दिन के आखिरी में बीएसई पर यह 941.85 रुपये (Concord Biotech Share Price) पर बंद हुआ यानी कि हर शेयर पर आईपीओ निवेशक 27 फीसदी मुनाफे में हैं। एंप्लॉयीज अधिक मुनाफे में हैं क्योंकि उन्हें इसका हर शेयर 70 रुपये सस्ते में मिला है।
यह कंपनी बिग बुल राकेश झुनझुनवाला (Big Bull Rakesh Jhunjhunwala) के पोर्टफोलियो में भी था। झुनझुनवाला ने अपनी एसेट मैनेजमेंट कंपनी रेयर एंटरप्राइजेज (Rare Enterprises) के जरिए इसमें 24.09 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।
पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल था Concord Biotech IPO
कॉनकॉर्ड बॉयोटेक का 1551 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4 अगस्त से 8 अगस्त तक खुला था। इसके आईपीओ का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 24.87 गुना सब्सक्राइब हुआ था। क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 67.67 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का 16.99 गुना, खुदरा निवेशकों का का 3.78 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 24.48 गुना भरा था। अब चूंकि इस इश्यू के तहत कोई भी नया शेयर नहीं जारी हुआ है बल्कि ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के जरिए हेलिक्स इनवेस्टमेंट होल्डिंग्स ने 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले 2.09 करोड़ शेयरों की बिक्री की है। इसका मतलब हुआ कि कंपनी को आईपीओ के जरिए कोई पैसा नहीं मिला।
1984 में बनी इस बॉयोफार्मा कंपनी का फोकस आरएंडडी पर है। पहले यह कंपनी सिर्फ एक ही प्रोडक्ट बनाती थी और अब इसका प्रोडक्ट पोर्टफोलियो काफी बड़ा गया है। 2022 की बिक्री के आंकड़ों के मुताबिक प्रतिरोधी क्षमताओं और कैंसर इत्यादि से जुड़ी बीमारियों के लिए API (एक्टिव फार्मा इनग्रेडिएंट्स) बनाने वाली यह दुनिया की दिग्गज कंपनियों में शुमार है। इसके प्रोडक्ट की सप्लाई भारत के साथ-साथ अमेरिका, यूरोप और जापान समेत 70 से अधिक देशों को होती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसके मुनाफे में उतार-चढ़ाव रहा है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 234.89 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष घटकर 174.93 करोड़ रुपये पर आ गया लेकिन फिर अगले ही वित्त वर्ष 2022-23 में यह बढ़कर 240.08 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2021 में 1,182.55 करोड़ रुपये, फिर वित्त वर्ष 2022 में 1,312.80 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 1,513.98 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।