Srivari IPO Listing: दक्षिण भारत की आटा और मसाला बेचने वाली कंपनी श्रिवरी स्पाईसेज एंड फूड्स के शेयरों की आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और इस साल अब तक सबसे अधिक इसी के आईपीओ को बोली मिली थी। आईपीओ निवेशकों को श्रिवरी के शेयर 42 रुपये के भाव में जारी हुए हैं। अब आज इसकी एनएसई एसएमई पर 101.50 रुपये के भाव (Srivari Listing Price) पर शुरुआत हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 142 फीसदी लिस्टिंग गेन मिला है। लिस्टिंग के बाद भी शेयरों की तेजी नहीं थमी और यह 106.55 रुपये (Srivari Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद हुआ। पहले दिन के कारोबार की समाप्ति पर हर शेयर पर आईपीओ निवेशक 154 फीसदी मुनाफे में हैं यानी निवेश ढाई गुना से अधिक बढ़ चुका है।
Srivari IPO को इस साल मिली थी सबसे अधिक बोली
श्रिवरी स्पाईसेज एंड फूड्स का 9 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-9 अगस्त के बीच खुला था। इस साल श्रिवरी के आईपीओ को सबसे अधिक बोली मिली थी और ओवरऑल 450.03 गुना भरा था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 79.10 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का 786.11 गुना, खुदरा निवेशकों का का 517.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस इश्यू के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 21.42 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
श्रिवरी स्पाईसेज एंड फूड्स मसाला और आटा कंपनी है जिसका कारोबार 2019 में शुरू हुआ था और यह कारोबारियों के साथ-साथ सीधे उपभोक्ताओं को भी अपना सामान बेचती है। इसका कारोबार मुख्य रूप से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश और उसके आस-पास फैला हुआ है। यह मसालों को 3 हजार से अधिक रिटेल आउटलेट के साथ-साथ गेहूं और शरबती आटा को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के 15 हजार से अधिक आउटलेट को भेजती है। इसके दो मैनुफैक्चरिंग प्लांट हैं- एक तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले के जलपल्ली गांव और दूसरा भी इसी जिले के फारुकनगर मंडल में।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसका मुनाफा लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2020 में इसे 10.69 लाख रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। हालांकि अगले ही वित्त वर्ष इसकी सेहत में सुधार हुआ और वित्त वर्ष 2021 में इसका शुद्ध मुनाफा बढ़कर 35.26 लाख रुपये पर पहुंच गया। इसके बाद वित्त वर्ष 2022 में इसका नेट प्रॉफिट बढ़कर 72.84 लाख रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 3.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।