अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन से आने वाले गुड्स पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने के ऐलान के बाद क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में एक दिन में 19 अरब डॉलर स्वाहा हो गए। इंडियन इनवेस्टर्स गिरावट के इस मौके का इस्तेमाल खरीदारी के लिए कर रहे हैं। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर वॉल्यूम में इजाफा से इसका पता चलता है। कॉइनस्विच, कॉइनडीसीएक्स, मडरेक्स जैसे भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में डिपॉजिट में बड़ा उछाल देखने को मिला।
कॉइनस्विच पर स्पॉट ट्रेडिंग वॉल्यूम में 50 गुना उछाल
पिछले दिन कॉइनस्विच में इनफ्लो में उछाल देखने को मिला। उतारचढ़ाव के बीच स्पॉट ट्रेडिंग वॉल्यूम 50 गुना तक बढ़ गया। CoinSwitch के वीपी (बिजनेस) बालाजी श्रीहरि ने कहा, "इनवेस्टर्स गिरावट पर खूब खरीदारी कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि इनवेस्टर्स डरने की जगह इस गिरावट को लंबी अवधि के लिए खरीदारी का मौका मान रहे है। यह इस बात का भी संकेत है कि इंडिया में इनवेस्टर्स मैच्योर हो रहे हैं। वे मार्केट साइकिल को समझ रहे हैं।"
यूजर्स गिरावट के मौके का इस्तेमाल खरीदारी के लिए कर रहे
कॉइनडीसीएक्स के डेटा से यह पता चलता है कि कुछ प्रॉफिट बुकिंग हो रही है, लेकिन काफी यूजर्स अपने एसेट्स होल्ड कर रहे हैं या गिरावट पर खरीदारी कर रहे हैं। खासकर वे Bitcoin और Ethereum जैसे सबसे बेहतर प्रदर्शन वाले टोकंस में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। कॉइनडीसीएक्स के को-फाउंडर सुमित गुप्ता ने कहा, "बीते हफ्ते के दौरान प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग वॉल्यूम में रिकवरी दिखी है। 1 अक्टूबर को यह 1.1 करोड़ डॉलर था जो 10 अक्टूबर को बढ़कर 3.1 करोड़ डॉलर हो गया। इससे पता चलता है कि कीमतों में गिरावट पर इनवेस्टर्स का पार्टिसिपेशन बढ़ा है।"
लॉन्ग पोजीशन ज्यादा होने से रिलीफ रैली की उम्मीद
Mudrex पर स्पॉट और डेरिवेटिव्स दोनों पर एक्टिविटी बढ़ी है। मडरेक्स के को-फाउंडर एदुल पटेल ने कहा, "डिपॉजिट्स ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया है। 11 अक्टूबर की सुबह से हमारा ट्रेडिंग वॉल्यूम करीब 120 फीसदी ज्यादा है। ग्लोबल एक्सचेंजों में लीवरेज्ड पोजीशंस में लिक्विडेशंस की वजह से सेलिंग प्रेशर दिख रहा है।" उन्होंने कहा कि मडरेक्स पर हम दो-तरफा एक्टिविटी देख रहे हैं। अभी रेशिया 60:40 है, जिससे पता चलता है कि लॉन्ग पोजीशन ज्यादा है। इसका मतलह है कि यूजर्स को जल्द रिलीफ रैली आने की उम्मीद है।
क्रिप्टो मार्केट क्रैश करने से 16 लाख यूजर्स को नुकसान
दुनियाभर में क्रिप्टो में यूजर्स के अपने सौदे काटने से 16 लाख से ज्यादा ट्रेडर्स को नुकसान हुआ है। इसमें से 7 अरब डॉलर से ज्यादा बिकवाली सिर्फ एक घंटे से कम की ट्रेडिंग में हुई। ब्लूमबर्ग ने यह जानकारी दी है। इस बिकवाली से दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज Binance में टेक्निकल प्रॉब्लम आ गई। ज्यादा लोड के चलते इसके सिस्टम पर दबाव काफी बढ़ गया। हालांकि, एक्सचेंज ने बता दिया था कि कुछ यूजर्स को डिस्पले से जुड़े मसलों में बीच-बीच में दिक्कत या देर का सामना करना पड़ सकता है। बाद में तकनीकी दिक्कत दूर कर ली गई।