Dollar Vs Rupee : आंकड़ों से मिल सपोर्ट ट्रंप के टैरिफ टैंट्रम से मिले सपोर्ट के चलते डॉलर में मजबूती आई है। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया आज 12 पैसे कमजोर होकर 85.76 के स्तर पर बंद हुआ है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार का कहना है कि भारतीय रुपये ने अपनी नौ दिन की बढ़त का सिलसिला तोड़ दिया। इससे संकेत मिलता है कि बाजार में जोखिम से बचने की धारणा हावी हो गई है। आयातकों की ओर से डॉलर की बढ़ती मांग और दुनिया की बड़ी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में तेजी आने के कारण रुपये पर दबाव पड़ा।
दिलीप परमार ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में वित्त वर्ष के अंत के करीब हमें बाजार में कुछ बारगेन बाइंग देखने को मिल सकती है। तकनीकी नजरिए से, USD/INR जोड़ी को 85.40 के स्तर पर सपोर्ट है। वहीं, इसके लिए 86.25 के स्तर पर रेजिस्टेंस दिख रहा है। मंगलवार को सुबह-सुबह डॉलर तीन हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। अमेरिका मजबूत सर्विस आंकड़ों और टैरिफ के मोर्चे पर सतर्क रवैये के बाद डॉलर आज पूरे दिन मजबूत रहा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उनके द्वारा लगाए गए सभी टैरिफ 2 अप्रैल को लागू नहीं किए जाएंगे। इसमें कुछ देशों को छूट मिल सकती है। उनके इस बयान से अमेरिकी ग्रोथ में सुस्ती से जुड़ी आशंकाएं कुछ कम हुई। इससे वॉल स्ट्रीट के मूड को भी सुधारने में मदद मिली।
उधर इक्विटी मार्केट आज सपाट बंद हुआ है। बाजार ऊपरी स्तर से फिसलकर बंद हुआ है। हालांकि ऊपर से दबाव आने के बाद भी निफ्टी-सेंसेक्स लगातार 7वें दिन बढ़त पर बंद होने में कामयाब रहे है। BSE मंथली एक्सपायरी पर बाजार में ऊपरी स्तरों से बिकवाली का दबाव आया जिससे बाजार बाजार ऊपरी स्तर से फिसलकर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में बिकवाली रही। निफ्टी बैंक ऊपरी स्तर से फिसलकर बंद हुआ। आईटी शेयरों में खरीदारी रही। मेटल, रियल्टी, तेल-गैस शेयरों पर दबाव देखने को मिला। फार्मा, एनर्जी, PSE शेयरों में भी बिकवाली रही। निफ्टी 10 प्वाइंट चढ़कर 23,669 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 33 प्वाइंट चढ़कर 78,017 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 97 प्वाइंट गिरकर 51,608 पर बंद हुआ। मिडकैप 554 प्वाइंट गिरकर 51,970 पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 में से 30 शेयरों में गिरावट रही। सेंसेक्स के 30 में से 20 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। निफ्टी बैंक के 12 में से 9 शेयरों में गिरावट रही।
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