Credit Cards

नहीं संभल पा रहे Dabur के शेयर, 'कैंसर ऑयल' पर सफाई भी नहीं दे पा रही सपोर्ट

Dabur Share Price: डाबर के शेयरों की गिरावट थम नहीं रही है। इस पर अमेरिकी फेडरल और स्टेट कोर्ट में केसेज चल रहे हैं जिसने शेयरों पर दबाव बनाया है। आरोपों के मुताबिक इसके हेयर रिलैक्सर प्रोडक्ट्स से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां हो रही हैं। कंपनी ने 18 अक्टूबर को एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी थी और उस दिन से यह 4 फीसदी से भी अधिक नीचे आ चुका है

अपडेटेड Oct 20, 2023 पर 4:17 PM
Story continues below Advertisement
अमेरिका और कनाडा की अदालतों में चल रहे मुकदमों की जानकारी सामने आने के बाद Dabur के शेयरों को तगड़ा झटका लगा।
     
     
    live
    Volume
    Todays L/H
    Details

    Dabur Share Price: डाबर के शेयरों की गिरावट थम नहीं रही है। इस पर अमेरिकी फेडरल और स्टेट कोर्ट में केसेज चल रहे हैं जिसने शेयरों पर दबाव बनाया है। आरोपों के मुताबिक इसके हेयर रिलैक्सर प्रोडक्ट्स से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां हो रही हैं। कंपनी ने 18 अक्टूबर को एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी थी और उस दिन से यह 4 फीसदी से भी अधिक नीचे आ चुका है। 17 अक्टूबर को बीएसई पर 540.05 रुपये पर बंद हुआ था। आज की बात करें तो इंट्रा-डे में बीएसई पर यह 1.78 फीसदी टूटकर 516.05 रुपये तक आ गया था। हालांकि दिन के आखिरी में यह एकदम फ्लैट 525.45 रुपये पर बंद हुआ है।

    क्या है पूरा मामला

    बीएसई फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक डाबर इंडिया की तीन सब्सिडियरीज डाबर इंटरनेशनल, नमस्ते लेबोरेटरीज LLC और डर्मोविवा स्किन एसेंशियल्स के खिलाफ मामले चल रहे हैं। आरोपों के मुताबिक इसके हेयर रिलैक्सर प्रोडक्ट में ऐसे केमिकल्स हैं जिनसे ओवरी कैंसर, यूटेरिन कैंसर और हेल्थ से जुड़ी बाकी दिक्कतें हो सकती हैं। इस मामले में केसेज अमेरिका और कनाडा के फेडरल और स्टेट कोर्ट्स में केसेज चल रहे हैं। इसे लेकर कंपनी का कहना है कि उसके खिलाफ सभी आरोप बेबुनियाद और अधूरी जानकारियों पर आधारित है।


    कमजोर मार्केट में फिसला Ultratech Cement, लेकिन मजबूत नतीजे पर ब्रोकरेज ने बढ़ा दिया टारगेट प्राइस

    इस सफाई के बाद भी नहीं संभल पाया Dabur

    अमेरिका और कनाडा की अदालतों में केसेज की जानकारी सामने आने के बाद शेयरों को तगड़ा झटका लगा। कंपनी की सफाई भी काम नहीं आई कि इन केसेज के फैसलों या सेटलमेंट का इसकी वित्तीय सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पिछले एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 7 दिसंबर 2022 को यह एक साल के हाई 610.40 रुपये पर था। इसके बाद 5 महीने में यह 17 फीसदी से अधिक फिसलकर यह 5 मई 2023 को एक साल के निचले स्तर 504 पर आ गया। इस निचले स्तर से फिलहाल यह 3 फीसदी अपसाइड है।

    Moneycontrol News

    Moneycontrol News

    First Published: Oct 20, 2023 1:14 PM

    हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।