मोतीलाल ओसवाल AMC के मनीष सोंथालिया का मानना है कि जल्द ही निफ्टी में हमें 20,000 का स्तर देखने को मिल सकता है। यह स्तर हमें अगले स्वतंत्रता दिवस या उसके पहले 2022 के दिसंबर तक ही देखने को मिल सकता है। लेकिन इसके साथ सिर्फ एक ही चिंता है और वह है चीन और ताइवान के बीच युद्ध की संभावना। अगर ये युद्ध नहीं होता है तो निश्चित ही निफ्टी 20000 का लेवल छूता नजर आएगा।
मनीष सोंथालिया ने आगे कहा कि धीरे-धीरे विदेशी संस्थागत निवेशक एक बार फिर भारत की तरफ रुख कर रहे हैं। अक्टूबर 2022 तक एफआईआई के यह छोटे कदम तेज चाल में बदल जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि भारत की इकोनॉमी अच्छी स्थिति में है। आगे हमें जीडीपी में अच्छी ग्रोथ आती दिखेगी जिसका फायदा फाइनेंशियल, कंजम्प्शन और इंडस्ट्रियल सेक्टर की कंपनी और स्टॉकों को मिलता दिखेगा।
ऑटो सेक्टर में अब तक आई तेजी और इसकी आगे की संभावना पर बात करते हुए मनीष ने कहा कि अब तक आई तेजी के बावजूद इस सेक्टर में अभी काफी संभावनाएं बची हुई हैं। इंडस्ट्रियल मेटल की कीमतों में गिरावट और सेमीकंडक्टर आपूर्ति की समस्या के कम होने के साथ ही आगे ऑटो सेक्टर के मार्जिन में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इसके अलावा अब तक मानसून अच्छा रहा है और त्योहारों का मौसम भी नजदीक है। ऐसे में ऑटो कंपनियों की बिक्री में आगे अच्छी बढ़ोतरी की संभावना है जिससे इनके मुनाफे में भी अच्छी बढ़त होगी।
बाजार के लिए आगे कौनसी चुनौतियां हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि चीन-ताइवान का मसला बाजार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। इसके अलावा अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित बाजारों में मंदी और ब्याज दरों में बढ़ोतरी से भी बाजार के लिए चिंता बनी हुई है। हालांकि बाजार काफी हद तक इन चिंताओं को पचा चुका है। उम्मीद है कि महंगाई अब अपने शिखर पर पहुंच चुकी है। यहां से अब इसमें गिरावट ही आएगी।
रिटेल निवेशको को सलाह देते हुए मनीष ने कहा कि भारत इस समय बहुत ही दिलचस्प मोड़ पर है। देश एक स्वर्णिम दशक के दहलीज पर खड़ा है। अगले 10 सालों में भारत के इक्विटी बाजार में जबरदस्त पैसे बनेंगे। निवेशकों को सलाह होगी कि वह अपनी बचत का कुछ हिस्सा इक्विटी मार्केट में जरूर लगाएं।
आईटी सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि मिडकैप आईटी कंपनियों का मार्जिन अब अपने अधिकतम निचले स्तर तक पहुंच चुका है। अब यहां से सुधार होगा। लॉर्जकैप आईटी कंपनियों के मार्जिन में भी जल्द ही निचले स्तर से सुधार आने की उम्मीद है। ऐसे में आईटी शेयरों पर हमारी खरीदारी की सलाह बनी हुई है।
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