Share market news: मार्केट कैप (बाजार पूंजी) के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) इसी हफ्ते स्टॉक एक्सचेंजों पर एक्स डिविडेंड हो जाएगी। गौरतलब है कि एक्स-डिविडेंड डेट उस डेट को कहा जाता है जिसके पहले शेयर खरीदने वाले को ही डिविडेंड मिलता है। आमतौर उसके अगले दिन रिकॉर्ड डेट होती है। ये भी ध्यान में रखने की बात है कि डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट भी अलग-अलग होती है।
बता दें की RIL ने वित्त वर्ष 2022 के लिए अपने शेयरधारकों को 80 फीसदी डिविडेंड देने का ऐलान किया है। 6 मई को RIL ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 10 रुपए फेस वैल्यू के प्रति शेयर पर 8 रुपए डिविडेंड देने का ये ऐलान किया था। मुकेश अंबानी की लीडरशिप वाली कंपनी ने एजीएम (एनुअल जनरल मीटिंग) में घोषित और अनुमोदित होने पर एक सप्ताह के भीतर इस डिविडेंड के भुगतान की योजना बनाई है। बता दें कि पिछले हफ्ते आरआईएल के शेयरों में तेजी देखी गई है।
इसी महीने की शुरुआत में जून 2022 तिमाही के नतीजों का ऐलान करते समय RIL ने वित्त वर्ष 2022 के लिए दिए जाने वाले इस डिविडेंड के लिए 19 अगस्त 2022 को रिकॉर्ड तिथि घोषित किया गया था। ऐसे में RIL का स्टॉक एक्सचेंजों पर 18 अगस्त के एक्स-डिविडेंड हो जाएगा। RIL की 45वीं एजीएम 29 अगस्त को होने वाली है। यह मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये दोपहर 2 बजे होगी। कंपनी ने वित्त वर्ष 22 के डिविडेंड के लिए 19 अगस्त रिकॉर्ड डेट तय की है, जो एजीएम में घोषित किया जा सकता है।
स्टॉक मार्केट में कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे में से हिस्सा देती हैं। मुनाफे के रूप में मिलने वाला यही हिस्सा डिविडेंड कहा जाता है। ऐसी कंपनियों के शेयरों को डिविडेंड यील्ड स्टॉक्स कहा जाता है। हालांकि, ये डिविडेंड देना या न देना किसी भी कंपनी का खुद का फैसला होता है। ये अनिवार्य नियम नहीं है। सरकारी कंपनियां अधिकतर अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देती हैं।
रिकॉर्ड डेट वह डेट होती है जिसके आधार पर किसी शेयर धारक को बोनस शेयर जारी किया जाता है। यानी इसका मतलब यह है कि जिनके पास रिकॉर्ड डेट को कंपनी के शेयर होते हैं उनको ही बोनस शेयर जारी किया जाता है।
क्या होता है एक्स-डिवीडेंड होना
एक्स-डिविडेंड डेट उस डेट को कहा जाता है जिसके पहले शेयर खरीदने वाले को ही डिविडेंड मिलता है। आमतौर उसके अगले दिन रिकॉर्ड डेट होती है। ये भी ध्यान में रखने की बात है कि डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट भी अलग-अलग होती है।
आम तौर पर किसी निवेशक को डिविडेंड की पात्रता के लिए एक्स-डिविडेंड से पहले किसी कंपनी के शेयरों की होल्डिंग रखनी चाहिए। जो निवेशक एक्स-डिविडेंड डेट पर या उसके बाद में स्टॉक खरीदते हैं, वे कंपनी की तरफ से किसी विशेष वित्तीय वर्ष के लिए घोषित डिवीडेंड के लिए पात्र नहीं होते।
पिछले कारोबारी दिन यानी शुक्रवार 12 अगस्त को RILका शेयर BSE पर 42.45 रुपए यानी 1.64 फीसदी की बढ़त के साथ 2,632.65 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था। पिछले हफ्ते इस शेयर में करीब 4 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी।