Daily Voice : आशिका ग्लोबल फैमिली ऑफिस सर्विसेज के को-फाउंडर अमित जैन का मानना है कि टाटा टेक्नोलॉजीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और टाटा एलेक्सी की तरह ही मल्टी-ईयर ग्रोथ स्टोरी साबित हो सकती है। बता दें कि टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ आज 22 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है। उन्होंने मनीकंट्रोल को दिए गए एक इंटरव्यू में आगे कहा कि टाटा ग्रुप का यह आईपीओ लगभग 20 साल बाद आ रहा है। यह आईपीओ लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अच्छा दिख रहा है। टाटा टेक्नोलॉजीज का बिजनेस मॉडल मजबूत नजर आ रहा है। अगले तीन से पांच साल के नजरिए से निवेश करने पर इस स्टॉक में जोरदार रिटर्न मिल सकता है।
भारतीय बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर का 18 साल का अनुभव रखने वाले अमित जैन की राय है कि मीडियम टर्म में भारतीय इक्विटी बाजार में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है। इस तेजी में छोटे-मझोले शेयरों का खास योगदान होगा। अमित की राय है कि अगर लॉन्गटर्म औसत के नजरिए से देखें तो भारतीय बाजार का वैल्यूएशन अच्छा है। वहीं, अगर दूसरे उभरते बाजारों से तुलना करें तो हमारे बाजार महंगे दिख रहे हैं।
उन्होंने आगे का कि निफ्टी को ऊपर की ओर ले जाने के लिए एफआईआई की तरफ से निवेश होना जरूरी है। पिछले तीन महीनों से अमेरिकी बांड बाजार में हाई यील्ड के कारण देश में विदेशी पैसा नहीं आ पा रहा है। हालांकि हाल के दिनों में अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में नरमी आई है। बॉन्ड यील्ड में नरमी के साथ ही एक बार फिर से एफआईआई भारत की तरफ रुख कर सकते हैं। एक बार एफआईआई की खरीदारी शुरू होने पर निफ्टी में भी से तेजी देखने को मिलेगी। हालांकि इसमें अभी कुछ और समय लग सकता है।
अमेरिका बाजार पर बात करते हुए अमित ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में डॉव जोन्स में लगभग 8-9 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। अभूतपूर्व तेजी है। लेकिन ऐसा लगता है कि शॉर्ट टर्म के नजरिए से अमेरिकी बाजार ओवरबॉट हो गए हैं। ऐसे में अब हमें अमेरिकी शेयर बाजार में कुछ समय के लिए करेक्शन की उम्मीद दिख रही है। डाउ जोंस की इस एकतरफा तेजी ने बाजार में सभी को अचंभित कर दिया है। किसी को भी अमेरिकी शेयर बाजारों में इतनी तेज बढ़त की उम्मीद नहीं थी और वह भी इतने कम समय में।
इस कैलेंडर वर्ष में, एसएंडपी 500 ने 18 फीसदी का आरओआई (निवेश पर रिटर्न) दिया है, जबकि नैस्डैक ने 35 फीसदी आरओआई दिया है। इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की संभावना को खारिज कर दिया है। इस मंदी की भविष्यवाणी एक साल पहले दुनिया के लगभग हर एनालिस्ट ने की थी। अब हर कोई अगले साल के लिए अमेरिकी बाज़ार को लेकर उत्साहित दिख रहा है। हालांकि कैलेंडर वर्ष 2024 को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी बाजारों के बारे में सतर्क रहते हुए आशावादी रवैया रखने की सलाह होगी।
अमित का मानना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन करती रहेगी। हालांकि, शेयर बाजार कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली तिमाही में थोड़ा सुस्ताता नजर आ सकता है। साथ ही, अगले साल होने वाले चुनावों के कारण अमेरिकी बाजार को वोलैटिलिटी का सामना करना पड़ सकता है।
IREDA, फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज, गांधार ऑयल रिफाइनरी और फ्लेयर राइटिंग आईपीओ पर अपनी राय देते हुए अमित ने कहा कि भारतीय आईपीओ बाजार के उत्साह को देखते हुए ये चारों आईपीओ अच्छे लग रहे हैं। हालांकि, इन चारों आईपीओ में फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज का आईपीओ ज्यादा अच्छा दिख रहा है। इस आईपीओ का भाव काफी अच्छा है। वैल्यू इन्वेस्टरों को इस आईपीओ पर नजर रखना चाहिए।
इस बातचीत में अमित ने आगे बताया कि इस समय वे एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक जैसे लार्जकैप बैंकों और फेडरल बैंक और बंधन बैंक जैसे कुछ मिड-कैप बैंकों पर बेहद बुलिश हैं।
आईटी सेक्टर में अमित को टीसीएस, विप्रो, इंफोसिस और एम्फैसिस निवेश के नजरिए से अच्छे लग रहे हैं। खपत वाले शेयरों खासतौर पर एफएमसीजी में मौजूदा स्तरों पर एचयूएल, मैरिको और आईटीसी का भाव अमित को अच्छा लग रहा है।
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