Daily Voice : टाटा एसेट मैनेजमेंट के सीआईओ-इक्विटीज राहुल सिंह का कहना है कि भारत चीन और कई विकसित देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है। लेकिन अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से दरों में और बढ़ोतरी से फाइनेंशियल मार्केट में अव्यवस्था फैल सकती है। इक्विटी और कैपिटल मार्केट का 27 सालों से ज्यादा का अनुभव रखने वाले राहुल सिंह का ये भी कहना है कि 2024 के चुनावों के दौरान सरकार की तरफ से किए जाने वाले पॉपुलिस्ट ऐलानों का बाजार पर निगेटिव असर पड़ेगा। उनका मानना है कि मिड और स्मॉलकैप शेयरों को मजबूत फंडामेंटल्स और भारत की इकोनॉमी में आ रहे बदलावों का फायदा मिलेगा।
अर्थव्यवस्था में हो रहे बुनियादी बदलावों से स्मॉल और मिडकैप को फायदा
मनीकंट्रोल को दिए गए एक साक्षात्कार में राहुल सिंह ने आगे कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर को वास्तविक मांग, मजबूत डेवलपर कैश फ्लो और नए प्रोजेक्ट लॉन्च से फायदा होगा। इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि अर्थव्यवस्था में हो रहे बुनियादी बदलावों से स्मॉल और मिडकैप को फायदा हुआ है। हालिया जीडीपी आंकड़ों से भी यह साफ है कि उपभोग की तुलना में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। ऐसा लंबे अंतराल के बाद होता दिखा है। इकोनॉमी में लंबे समय तक ये ट्रेंड बने रहने की उम्मीद है। इसका फायदा स्मॉल और मिडकैप सेक्टर को मिलेगा।
रियल एस्टेट सेक्टर को पेंटअप डिमांड से सपोर्ट
रियल एस्टेट सेक्टर पर बात करते हुए राहुल सिंह ने कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर को पेंटअप डिमांड, मजबूत डेवलपर कैश फ्लो और नए लॉन्च से फायदा हो रहा है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद मांग में मजबूत बनी हुई है। संभवत: यह सेक्टर अपनी तेजी के दौर के मध्य में हैं क्योंकि इस दौर में ही सेक्टर वास्ताविक मांग से संचालित होता। इसके बाद के दौर में सेक्टर में सट्टेबाज और निवेशक हावी हो जाते हैं और फिर तेजी धीरे-धीरे गायब हो जाती है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।