इस सप्ताह कैसा रहेगा शेयर बाजार का मूड; US GDP, PMI डेटा, FII फ्लो समेत ये अहम फैक्टर करेंगे तय
20 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में शेयर बाजार में आईटी, फार्मा, तेल और गैस शेयरों में गिरावट के बावजूद बैंक और फाइनेंशियल सर्विसेज, ऑटो, एफएमसीजी और रियल्टी शेयरों में मजबूत खरीदारी देखी गई। पिछले सप्ताह शेयर बाजार में अस्थिरता थोड़ी बढ़ गई, लेकिन लोअर जोन्स में और सभी प्रमुख मूविंग एवरेजेस से नीचे बनी रही
सप्ताह के आखिर में Nifty50, 1.71% बढ़कर 25,791 पर पहुंच गया और Sensex 2% बढ़कर 84,544 पर पहुंच गया।
20 सितंबर को समाप्त सप्ताह में शेयर बाजार ने अच्छा प्रदर्शन किया। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से पॉलिसी रेट्स में 50 बीपीएस की कटौती के बाद शेयर बाजार नए रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। बाजार ने सप्ताह की शुरुआत कंसोलिडेशन के साथ की। लेकिन फेड के कदम के बाद एफआईआई की ओर से खरीद में वृद्धि ने सप्ताह के आखिर में सेंटिमेंट को बूस्ट दिया। निफ्टी50, 1.71 प्रतिशत बढ़कर 25,791 पर पहुंच गया और बीएसई सेंसेक्स 2 प्रतिशत बढ़कर 84,544 पर पहुंच गया।
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.3 प्रतिशत ऊपर रहा और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 0.9 प्रतिशत गिर गया। 23 सितंबर से शुरू हो रहे सप्ताह में बाजार की चाल तय करने में कौन से फैक्टर्स अहम भूमिका निभाएंगे, आइए जानते हैं...
पॉवेल का भाषण और अमेरिकी GDP
विश्व स्तर पर सभी निवेशक जून 2024 तिमाही के लिए अमेरिकी जीडीपी ग्रोथ नंबर्स पर फोकस करेंगे। उसके बाद 26 सितंबर को फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल का भाषण अहम होगा। अमेरिकी जीडीपी को लेकर दूसरे एस्टिमेट के अनुसार जून तिमाही के लिए ग्रोथ रेट 3 प्रतिशत रही, जो मार्च तिमाही में 2.8 प्रतिशत और 1.4 प्रतिशत के शुरुआती अनुमानों से बेहतर थी। विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाली पॉलिसी मीटिंग्स में ब्याज दरों में और कटौती देखी जा सकती है। मार्केट पार्टिसिपेंट्स पॉवेल के भाषण से आगे के रेट कट, आर्थिक विकास और श्रम डेटा की डेडलाइन पर कमेंट्स की तलाश करेंगे।
इसके अतिरिक्त, Q2-CY24 के लिए PCE प्राइस और रियल कंज्यूमर स्पेंडिंग, ड्यूरेबल गुड्स के ऑर्डर, व्यक्तिगत आय और खर्च, और अगस्त के लिए नए घरों की बिक्री के डेटा पर भी नजर रहेगी।
वैश्विक आर्थिक डेटा
इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर सभी की निगाहें अगले सप्ताह की शुरुआत में आने वाले मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस पीएमआई फ्लैश डेटा पर भी होंगी।
घरेलू आर्थिक डेटा
घरेलू मोर्चे पर भी 23 सितंबर को एचएसबीसी मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस पीएमआई फ्लैश नंबर्स पर फोकस किया जाएगा। 20 सितंबर को समाप्त सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का आंकड़ा अगले सप्ताह 27 सितंबर को जारी किया जाएगा।
इस बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने सितंबर में फेड रेट्स में कटौती के बाद मजबूत वापसी की और अकेले शुक्रवार 14,064 करोड़ रुपये की खरीदारी की। यह कई महीनों के बाद एफआईआई की सबसे बड़ी खरीदारी थी। इसलिए, बाजार आगे चलकर एफआईआई के फ्लो पर नजर रखेगा। अमेरिका में 10 वर्षीय ट्रेजरी यील्ड सप्ताह के अंत में 3.74 प्रतिशत पर रही, जो इससे पहले के सप्ताह में 3.65 प्रतिशत थी। इस वर्ष अप्रैल में दर्ज 4.74 प्रतिशत यील्ड की तुलना में यह काफी कम है। FII ने पिछले सप्ताह कैश सेगमेंट में 11,518 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने सप्ताह के दौरान मुनाफावसूली को वरीयता दी और 634 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
तेल की कीमतें
पिछले सप्ताह तेल की कीमतों में उछाल आया। फेडरल फंड रेट में 50 बीपीएस की कटौती और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव की वजह से कच्चे तेल में तेजी है। विशेषज्ञ कच्चे तेल को लेकर आशावादी बने हुए हैं और उम्मीद करते हैं कि तेल की कीमतों में गिरावट सीमित रहेगी। इसकी वजह है कि कथित तौर पर इजराइली सेना ने उत्तरी समुदायों के निवासियों को आश्रयों के नजदीक रहने और हिज्बुल्लाह की ओर से जवाबी कार्रवाई की आशंका के कारण बाहरी गतिविधियों को सीमित करने की सलाह दी है।
अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा साप्ताहिक आधार पर 4.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ सप्ताह के अंत में 74.49 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
IPO
23 सितंबर से शुरू हो रहे सप्ताह में प्राइमरी मार्केट में काफी ज्यादा हलचल रहेगी। इसकी वजह है कि 11 नए IPO खुलने वाले हैं। 2 इश्यू मेनबोर्ड सेगमेंट के हैं। पहले से खुले 5 IPO में भी नए सप्ताह में पैसा लगाने का मौका होगा। इसके अलावा 14 कंपनियों की शेयर मार्केट में लिस्टिंग होगी। इनमें से 24 सितंबर को मेनबोर्ड सेगमेंट में Western Carriers (India), Arkade Developers और Northern Arc Capital के शेयर BSE, NSE पर लिस्ट होंगे। इस बारे में पूरी डिटेल जानने के लिए क्लिक करें इस लिंक पर... 23 सितंबर से शुरू सप्ताह में खुलेंगे 11 नए IPO, 14 कंपनियां होगी लिस्ट
India VIX
पिछले सप्ताह शेयर बाजार में अस्थिरता थोड़ी बढ़ गई, लेकिन लोअर जोन्स में और सभी प्रमुख मूविंग एवरेजेस से नीचे बनी रही। यह आगे चलकर बुल्स के लिए अनुकूल है। शेयर बाजार की अस्थिरता मापने वाला इंडिया VIX सप्ताह-दर-सप्ताह आधार पर 1.91 प्रतिशत बढ़कर 12.79 पर पहुंच गया। इससे पहले के सप्ताह में यह 12.55 पर था।
कॉरपोरेट एक्शंस
नए सप्ताह के प्रमुख कॉरपोरेट एक्शंस इस तरह हैं....