Dalal Street Week Ahead: इस सप्ताह कैसी रहेगी बाजार की चाल; लाल सागर संकट, कोविड केस, तेल कीमत समेत 10 अहम फैक्टर्स से होगा तय
पिछले सप्ताह, बीएसई सेंसेक्स 0.52 प्रतिशत या 376.79 अंक गिरकर 71,106.96 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 107.25 अंक या 0.49 प्रतिशत गिरकर 21,349.40 पर बंद हुआ। कोविड-19 मामलों में उछाल और लाल सागर में बढ़ती अनिश्चितता का असर शेयर बाजारों पर दिखने लगा है।
Dalal Street Week Ahead: 26 दिसंबर से इस साल का आखिरी कारोबारी सत्र शुरू हो रहा है। 25 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी है। कोविड-19 मामलों में उछाल और लाल सागर में बढ़ती अनिश्चितता का असर शेयर बाजारों पर दिखने लगा है। भारतीय शेयर बाजारों ने पिछले सप्ताह में 7-सप्ताह की बढ़त का सिलसिला तोड़ दिया और गिरावट के साथ बंद हुए। पिछले सप्ताह, बीएसई सेंसेक्स 0.52 प्रतिशत या 376.79 अंक गिरकर 71,106.96 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 107.25 अंक या 0.49 प्रतिशत गिरकर 21,349.40 पर बंद हुआ। 20 दिसंबर को, सेंसेक्स और निफ्टी क्रमशः 71,913.07 और 21,593 के नए हाई पर पहुंच गए। आने वाले सप्ताह में शेयर बाजार किस दिशा में मूव करेंगे, ये जिन 10 अहम फैक्टर्स से तय होगा, आइए डालते हैं उन पर एक नजर...
लाल सागर संकट
हूती विद्रोहियों ने इजराइल-गाजा की लड़ाई में हमास के समर्थन की घोषणा की है और लाल सागर से गुजरने वाले कमर्शियल जहाजों को निशाना बना रहे हैं। इसके चलते कई कंपनियों ने या तो ऑपरेशन सस्पेंड कर दिए हैं या जहाजों का रूट बदल दिया है। इस कदम से माल ढुलाई दरें बढ़ गई हैं क्योंकि मार्ग लंबे हो गए हैं और सप्लाई की मात्रा कम हो गई है। सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 21 दिसंबर तक 21 लाख से अधिक कार्गो कंटेनरों को ले जाने वाले लगभग 158 जहाजों को रीरूट करके लाल सागर से दूर ले जाया गया था। इस कार्गो की कीमत 105 अरब डॉलर आंकी गई है।
आईसीआरए लिमिटेड के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट और सेक्टर हेड, कॉरपोरेट रेटिंग्स, वरुण गोगिया के मुताबिक, कुल लॉजिस्टिक्स लागत में वृद्धि होना तय है, जिसे भारतीय निर्यातकों और आयातकों को एंड यूजर तक पहुंचाना मुश्किल हो सकता है। यदि लाल सागर संघर्ष लंबे समय तक चलता है या संघर्ष बढ़ता है, तो यह महंगाई के दबाव को बढ़ा सकता है।
कोविड के केस
भारत में COVID-19 के नए JN.1 वैरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों से निरंतर निगरानी बनाए रखने और इन्फ्लूएंजा जैसी सभी व सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियों की रिपोर्ट करने को कहा है। राज्यों को यह भी सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में कोविड-19 टेस्टिंग दिशानिर्देशों के अनुसार पर्याप्त टेस्टिंग सुनिश्चित करें। अगर स्थिति और बिगड़ती है तो आगे चलकर बाजार पर असर पड़ सकता है।
तेल की कीमतें
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, OPEC छोड़ने के बाद अंगोला की ओर से कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाए जा सकने की उम्मीद में शुक्रवार को तेल की कीमतें कम हो गईं। सप्ताह के अंत में ब्रेंट वायदा 32 सेंट या 0.4 प्रतिशत गिरकर 79.07 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 33 सेंट या 0.5 प्रतिशत गिरकर 73.56 डॉलर पर बंद हुआ। हालांकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़ी सकारात्मक खबरों और लाल सागर में जहाजों पर हूती हमलों से आपूर्ति लागत में वृद्धि की चिंताओं के कारण साप्ताहिक आधार पर तेल की कीमतों में वृद्धि हुई।
FII फ्लो
भू-राजनीतिक चिंताओं के फिर से बढ़ने से विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बीते सप्ताह में 6,300 करोड़ रुपये की भारतीय इक्विटी बेची। कुछ विश्लेषकों ने बिकवाली के लिए मुनाफावसूली की सामान्य प्रक्रिया को भी जिम्मेदार ठहराया है। इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बीते सप्ताह में 8,900 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। बहरहाल, इस महीने अब तक नकदी बाजार में एफआईआई, डीआईआई की तुलना में बड़े खरीदार रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि चूंकि 2024 में अमेरिकी ब्याज दरों में और गिरावट आने की उम्मीद है, इसलिए विदेशी निवेशकों की ओर से 2024 में भी खरीदारी बढ़ने की संभावना है।
ट्रेडर्स और निवेशक बैंक ऋण वृद्धि, जमा वृद्धि, विदेशी मुद्रा भंडार डेटा के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट आंकड़ों पर नजर रखेंगे, जो 29 दिसंबर को बाजार बंद होने के बाद जारी किए जाएंगे।
तकनीकी दृष्टिकोण
SBI सिक्योरिटीज के अनुसार, आगामी एक्सपायरी वीक में निफ्टी के लिए 21,050-21,100 अब एक महत्वपूर्ण सपोर्ट है। 21,650-21,700 तक सकारात्मक गति जारी रखने के लिए निफ्टी का 21,430 को पार करना महत्वपूर्ण है। रेलिगेयर ब्रोकिंग में SVP-टेक्निकल रिसर्च, अजीत मिश्रा का कहना है कि अगर निफ्टी मौजूदा स्तरों के आसपास कुछ समय बिताता है तो यह एक हेल्दी कंसोलिडेशन होगा।
IPO और लिस्टिंग
प्राइमरी मार्केट 2023 के अंतिम सप्ताह में काफी एक्टिव रहेगा, मुख्य रूप से एसएमई सेगमेंट में। मेनबोर्ड सेगमेंट से कोई नया IPO लॉन्च नहीं होगा। 570 करोड़ रुपये का इनोवा कैपटैब IPO 26 दिसंबर को बंद होगा, जबकि पिछले सप्ताह बंद हुए सभी IPO आने वाले सप्ताह में शेयर बाजार में आएंगे। मुथूट माइक्रोफिन, मोतीसंस ज्वैलर्स और सूरज एस्टेट डेवलपर्स के शेयर 26 दिसंबर को लिस्ट होंगे। हैप्पी फोर्जिंग्स, आरबीजेड ज्वैलर्स और क्रेडो ब्रांड्स मार्केटिंग के शेयर 27 दिसंबर को लिस्ट होंगे। आजाद इंजीनियरिंग 28 दिसंबर को और इनोवा कैपटैब 29 दिसंबर को अपने शेयरों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करेंगी।
SME सेगमेंट के पब्लिक इश्यूज की बात करें तो AIK Pipes and Polymers IPO, 26-28 दिसंबर के बीच खुला रहेगा। Shri Balaji Valve Components, Manoj Ceramic, HRH Next Services, और Akanksha Power and Infrastructure के IPO में 27-29 दिसंबर के बीच पैसा लगाने का मौका रहेगा। Kay Cee Energy & Infra IPO इस साल का आखिरी पब्लिक इश्यू होगा, जो 28 दिसंबर को खुलकर 2 जनवरी को बंद होगा। पहले से खुले Trident Techlabs, Supreme Power Equipment और Indifra IPOs आने वाले सप्ताह में 26 दिसंबर को क्लोज होंगे। वहीं Sameera Agro and Infra का इश्यू 27 दिसंबर को बंद होगा।
SME सेगमेंट की कंपनियों की लिस्टिंग की बात करें तो सहारा मैरीटाइम 26 दिसंबर को और शांति स्पिनटेक्स एंड इलेक्ट्रो फोर्स (इंडिया) 27 दिसंबर को शेयर बाजार में अपनी शुरुआत करेगी। ट्राइडेंट टेकलैब्स, सुप्रीम पावर इक्विपमेंट और इंडिफ्रा 29 दिसंबर को अपने शेयर सूचीबद्ध करेंगी।
अगले सप्ताह इन प्रमुख वैश्विक आर्थिक डेटा पॉइंट्स पर नजर रखी जा सकती है...
F&O संकेत और इंडिया VIX
मंथली ऑप्शंस डेटा के अनुसार, निफ्टी50 के 21,500-21,600 पर रेजिस्टेंस का सामना करने की अनुमान है, जबकि 21,200-21,000 प्रमुख सपोर्ट के रूप में कार्य कर सकता है। इसके बाद 20,800 के स्तर पर क्रूशियल सपोर्ट मिलेगा। कुल मिलाकर, आंकड़ों से पता चलता है कि आने वाले दिनों में इंडेक्स 20,800-21,600 के व्यापक दायरे में रह सकता है। 22,000 स्ट्राइक पर मैक्सिमम कॉल ओपन इंटरेस्ट था, उसके बाद यह 21,500 स्ट्राइक और 21,600 स्ट्राइक पर था। मीनिंगफुल कॉल राइटिंग पहले 22,500 स्ट्राइक पर, फिर 22,000 और 21,800 स्ट्राइक पर देखी गई। मैक्सिमम पुट ओपन इंटरेस्ट पहले 21,000 स्ट्राइक, उसके बाद 21,200 और 20,800 स्ट्राइक पर दिखा। पुट राइटिंग पहले 21,300 स्ट्राइक पर, फिर 21,200 और 21,400 स्ट्राइक पर देखी गई। इस बीच, इंडिया VIX 13.5 के स्तर से ऊपर बना हुआ है, जो अस्थिरता में आगामी वृद्धि का संकेत देता है। छुट्टियों वाले सप्ताहों में कम वॉल्यूम के कारण भी ज्यादा उतारचढ़ाव देखने को मिल सकता है।
कॉरपोरेट एक्शंस
अगले सप्ताह के प्रमुख कॉरपोरेट एक्शंस इस तरह हैं...
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