Dalal Street Outlook: इस हफ्ते ये 10 बड़े फैक्टर तय करेंगे बाजार की दिशा, टैरिफ वॉर से लेकर RBI के रेट कट तक पर रहेगी नजर
इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा 10 बड़े फैक्टर्स तय करेंगे, जैसे अमेरिका-चीन टैरिफ वॉर, RBI की पॉलिसी, फेडरल रिजर्व मिनट्स और Q4 नतीजे। घरेलू-वैश्विक आंकड़े और FIIs की चाल भी अहम रहेंगी।
इस हफ्ते टैरिफ से जुड़े घटनाक्रम पर सबसे अधिक फोकस रहेगा।
Dalal Street Outlook: नई फाइनेंशियल ईयर 2025-26 की शुरुआत शेयर बाजार के लिए कुछ खास अच्छी नहीं रही। हफ्ते के आखिरी दिन यानी 4 अप्रैल तक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब 2.6% तक गिर गए। इसकी बड़ी वजह रही अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर का बढ़ना। इसका असर सिर्फ शेयर मार्केट तक सीमित नहीं रहा, बल्कि गोल्ड, ऑयल और बेस मेटल्स की कीमतें भी गिरीं।
विदेशी निवेशक (FIIs) जो पिछले कुछ हफ्तों से धीरे-धीरे खरीदारी कर रहे थे, उन्होंने फिर से बिकवाली शुरू कर दी। इससे मार्केट सेंटिमेंट और बिगड़ गया। आइए जानते हैं उन 10 बड़े फैक्टर के बारे में, जो इस हफ्ते मार्केट की दिशा तय करेंगे।
टैरिफ से जुड़ी हलचल पर रहेगी नजर
इस हफ्ते टैरिफ से जुड़े घटनाक्रम पर सबसे अधिक फोकस रहेगा। पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सभी देशों पर भारी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया और इसे बेहतर सौदेबाजी करने का टूल बताया। चीन ने भी पलटवार में सभी अमेरिकी उत्पादों पर 34% टैरिफ लगा दिया। इससे शुक्रवार को इक्विटी और कमोडिटी बाजारों में भारी गिरावट देखी गई।
जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और भारत जैसे देश अमेरिका से रियायतों की मांग कर रहे हैं। भारत पर 26% टैरिफ लगाया गया है, जो अन्य एशियाई देशों की तुलना में कम है। ऐसे में भारत-अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ताओं से कुछ भी सकारात्मक निकलता है, तो वह बाजार के लिए बड़ा सहारा बन सकता है।
फेडरल रिजर्व की बैठक के मिनट्स
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मार्च बैठक के मिनट्स (FOMC Minutes) भी मार्केट की दिशा तय करने में काफी अहम रहेंगे। निवेशक दर कटौती, आर्थिक वृद्धि और नौकरी के आंकड़ों पर संकेतों की तलाश करेंगे। फेड चेयर जेरोम पॉवेल ने शुक्रवार को चिंता जताई थी कि टैरिफ की वजह से महंगाई बढ़ सकती है और इकोनॉमिक ग्रोथ सुस्त हो सकती है। उन्होंने कहा कि ब्याज दरों में कटौती का कोई फैसला टैरिफ का असर स्पष्ट होने के बाद लिया जाएगा।
वैश्विक आर्थिक आंकड़े
चीन के मार्च महीने के महंगाई दर, PPI, वाहन बिक्री और व्यापार संतुलन के आंकड़ों पर भी ध्यान रहेगा।
RBI MPC मीटिंग के नतीजे
भारत मेंमें निवेशकों की नजर RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक पर रहेगी, जिसके नतीजे 9 अप्रैल को आएंगे। अधिकांश अर्थशास्त्री 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। अगर कटौती इससे अधिक होती है, तो यह बाजार के लिए और भी सकारात्मक संकेत होगा। इसके अलावा, वृद्धि, महंगाई और लिक्विडिटी पर RBI की टिप्पणी भी अहम होगी।
घरेलू आर्थिक आंकड़े
11 अप्रैल को जारी होने वाले खुदरा महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को समझने में मदद करेंगे। मार्च में महंगाई फरवरी के 3.61% से बढ़कर 4% के नीचे बनी रह सकती है। इसी दिन बैंक ऋण और जमा वृद्धि (28 मार्च तक की अवधि) और विदेशी मुद्रा भंडार (4 अप्रैल तक) के आंकड़े भी आएंगे।
कॉरपोरेट कमाई (Q4FY25)
कंपनियों की मार्च तिमाही के नतीजों (Q4FY25) पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। TCS 10 अप्रैल को तिमाही नतीजों की शुरुआत करेगा। उम्मीद थी कि Q4 के बाद कमाई अनुमान में कटौती का दौर रुकेगा, लेकिन अमेरिका के टैरिफ के बाद ये उम्मीदें धूमिल हुई हैं। IT सेक्टर की कमाई नरम रहने की आशंका है और निवेशक मैनेजमेंट की ग्रोथ गाइडेंस की टिप्पणी पर खास ध्यान देंगे।
विदेशी निवेश और तेल कीमतें
पिछले सप्ताह FII ने भारतीय शेयरों में 13,730 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जबकि DII ने 5,633 करोड़ रुपये की खरीदारी की। डॉलर इंडेक्स और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट दर्ज की गई। तेल की कीमतें भी गिरकर $65.58 प्रति बैरल पर आ गई हैं, जो अगस्त 2021 के बाद सबसे निचला स्तर है। इस हफ्ते भी इनके चाल पर निवेशकों की नजर रहेगी।
कैसा रहेगा IPO का बाजार?
अगले सप्ताह प्राइमरी मार्केट में कोई नया IPO नहीं आएगा। हालांकि, Retaggio Industries का SME सेगमेंट में डेब्यू 7 अप्रैल को होगा। वहीं, Infonative Solutions और Spinaroo Commercial के शेयरों की ट्रेडिंग 8 अप्रैल से शुरू होगी।
तकनीकी संकेत और डेरिवेटिव डेटा (F&O Cues)
टेक्निकल नजरिए से बाजार कमजोर दिख रहा है। निफ्टी 50 अपने 10, 20 और 50-DMA से नीचे फिसल चुका है, और साप्ताहिक चार्ट पर बेयरिश कैंडल बना है। 22,500 और 22,300 प्रमुख सपोर्ट स्तर रहेंगे, जबकि ऊपर की ओर 23,000 रेजिस्टेंस हो सकता है। ऑप्शन डेटा के अनुसार, 22,000 प्रमुख सपोर्ट और 23,200 रेजिस्टेंस स्तर रहेगा।
कॉरपोरेट एक्शन
अगले सप्ताह कुछ कंपनियों के डिविडेंड, बोनस और स्प्लिट जैसे कॉरपोरेट एक्शन दिखेंगे। इन पर भी निवेशकों का ध्यान रहेगा। (पूरी लिस्ट देखने के लिए नीचे चार्ट चेक करें)