Credit Cards

20% के घाटे पर लिस्ट हुए शेयर, बेचने की लगी होड़, IPO निवेशकों को पहले दिन तगड़ा झटका

Dhillon Freight Carrier IPO Listings: ढिल्लों फ्रेट कैरियर के शेयरों की लिस्टिंग कमजोर रही। कंपनी के शेयर मंगलवार 7 अक्टूबर को BSE SME प्लेटफॉर्म पर करीब 20% के भारी डिस्काउंट के साथ लिस्ट हुए। कंपनी के शेयरों ने 57.6 रुपये प्रति शेयर के भाव पर स्टॉक एक्सचेंज पर एंट्री की। जबकि इसका आईपीओ प्राइस 72 रुपये था। इस तरह कंपनी के लिस्टिंग पर आईपीओ निवेशकों को करीब 20 प्रतिशत का नुकसान सहना पड़ा है

अपडेटेड Oct 07, 2025 पर 10:58 AM
Story continues below Advertisement
Dhillon Freight Carrier IPO Listings: ढिल्लों फ्रेट कैरियर का आईपीओ 2.91 गुना सब्सक्राइब हुआ था

Dhillon Freight Carrier IPO Listings: ढिल्लों फ्रेट कैरियर के शेयरों की लिस्टिंग कमजोर रही। कंपनी के शेयर मंगलवार 7 अक्टूबर को BSE SME प्लेटफॉर्म पर करीब 20% के भारी डिस्काउंट के साथ लिस्ट हुए। कंपनी के शेयरों ने 57.6 रुपये प्रति शेयर के भाव पर स्टॉक एक्सचेंज पर एंट्री की। जबकि इसका आईपीओ प्राइस 72 रुपये था। इस तरह कंपनी के लिस्टिंग पर आईपीओ निवेशकों को करीब 20 प्रतिशत का नुकसान सहना पड़ा है।

लिस्टिंग के बाद भी कंपनी के शेयरों में गिरावट जारी रही। कारोबार के दौरान इसका भाव करीब 5 प्रतिशत टूटकर अपनी लोअर सर्किट सीमा में आ गया। फिलहाल इसके भाव 54.72 रुपये पर कारोबार है, जो आईपीओ प्राइस से करीब 24 प्रतिशत नीचे है। लिस्टिंग से पहले ढिल्लों फ्रेट कैरियर का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) शून्य यानी जीरो रुपये देखने को मिला था।

ढिल्लों फ्रेट कैरियर के ₹10.08 करोड़ के आईपीओ को निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी और यह 2.91 गुना सब्सक्राइब हुआ था। सबसे अधिक बोली रिटेल निवेशकों की कैटेगरी में आई, जहां सब्सक्रिप्शन 4.87 गुना रहा। वहीं नॉन-इंस्टीट्यूशनल कैटेगरी में यह आंकड़ा केवल 0.96 गुना रहा।


ढिल्लों फ्रेट कैरियर ने बताया कि वह आईपीओ के जरिए जुटाई गई राशि में से 7.67 करोड़ रुपये का इस्तेमाल नए ट्रांसपोर्ट वाहनों की खरीद और क्षमता विस्तार के लिए करेगी। वहीं बाकी राशि का इस्तेमाल टेक्नोलॉजी अपग्रेड और वर्किंग कैपिटल समेत दूसरे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।

कंपनी के बारे में

ढिल्लों फ्रेट कैरियर एक लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन पनी है जो B2B और B2C दोनों तरह के ग्राहकों को एंड-टू-एंड फ्रेट सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। कंपनी की सेवाओं में लेस-दैन-ट्रक-लोड (LTL) पार्सल ट्रांसपोर्टेशन, कॉन्ट्रैक्ट लॉजिस्टिक्स, और फ्लीट रेंटल सेवाएं आदि शामिल हैं। कंपनी के प्रमुख क्लाइंट सेक्टर्स में एपैरल, इलेक्ट्रिकल गुड्स, पेंट्स, और फुटवियर इंडस्ट्री शामिल हैं।

ढिल्लों फ्रेट कैरियर फिलहाल पश्चिम बंगाल, बिहार, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में काम करती है। कंपनी के पास 62 वाहनों का अपना बेड़ा और 22 ऑफिसों का नेटवर्क है, जिसमें वेयरहाउस और डिलीवरी सेंटर्स शामिल हैं।

वित्तीय सेहत

पिछले तीन सालों में कंपनी ने स्थिर वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है। FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 25.22 करोड़ रहा। वहीं इसका शुद्ध मुनाफा इस दौरान सालाना आधार पर 58 प्रतिशत बढ़कर 1.73 करोड़ रुपये रहा।

यह भी पढ़ें- Fabtech Tech IPO Listings: सपाट लिस्टिंग के बाद शेयर 5% तक टूटा, निवेशकों को पहले ही दिन लगा झटका

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।