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स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों से निकाले लें पैसा? एस नरेन की चेतावनी पर इडलवाइस की राधिका गुप्ता का आया जवाब

ICICI प्रूडेंशियल एएमएसी के चीफ इनवेस्मेंट ऑफिसर, एस नरेन की स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों से पूरी तरह बाहर निकलने की सलाह पर बहस तेज हो गई है। इडलवाइस म्यूचुअल फंड की सीईओ राधिका गुप्ता ने कहा कि निवेशकों को ऐसी डर फैलाने वाली बहसों में नही उलझने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऐसी बहसों की अवधि बस 10 दिन की होती है

अपडेटेड Feb 10, 2025 पर 5:54 PM
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राधिका गुप्ता ने कहा कि निवेशकों को SIPs में 10 साल या उससे अधिक समय तक निवेश बनाए रखना चाहिए

ICICI प्रूडेंशियल एएमएसी के चीफ इनवेस्मेंट ऑफिसर, एस नरेन की स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों से पूरी तरह बाहर निकलने की सलाह पर बहस तेज हो गई है। इडलवाइस म्यूचुअल फंड की सीईओ राधिका गुप्ता ने कहा कि निवेशकों को ऐसी डर फैलाने वाली बहसों में नही उलझने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऐसी बहसों की अवधि बस 10 दिन की होती है।

बता दें कि एस नरेन ने पिछले हफ्ते निवेशकों को स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स से पूरी तरह बाहर निकलने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि इन शेयरों को वैल्यूएशन 'बहुत अधिक मंहगा' हो गया है, जिसे सही नहीं ठहराया जा सकता। यहां तक कि उन्होंने इस सेगमेंट भी SIP भी रोकने की सलाह दी है। एस नरेन ने कहा कि SIPs की रणनीति तब काम करती है, जब शेयर बाजार में अस्थिरता हो और वैल्यूएशन वाजिब बना हो।

हालांकि राधिका गुप्ता ने एस नरेन से अलग SIP निवेशकों को संयम बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि SIP निवेश का एक "आसान विकल्प" है और आम आदमी के लिए लंबे समय तक बचत और निवेश का एक जरिया होता है। उन्होंने इसे "फिल इट, शट इट, फॉरगेट इट" (भरें, छोड़ दें, भूल जाएं) की तर्ज पर देखने की बात कही, क्योंकि ज्यादातर लोग शेयर बाजार की जटिलताओं को समझने में कठिनाई महसूस करते हैं।


गुप्ता ने कहा कि SIPs को लेकर डर पैदा करने वाली चर्चाओं से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि निवेशकों को एक अच्छा फंड मैनेजर ढूंढ़ना चाहिए और 10 साल तक समझदारी और संतुलन के साथ निवेश को बनाए रखना चाहिए।

राधिका गुप्ता ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखे एक पोस्ट में कहा कि निवेशकों को मुख्य रूप से 4 बातें समझनी चाहिए-

1. कहीं भी निवेश करते समय संतुलना रखना बहुत जरूरी है। छोटे और मिडकैप शेयरों में निवेश बुरा नहीं है, लेकिन संतुलन जरूरी है। एक औसत फ्लेक्सी-कैप फंड भी इस सेगमेंट में लगभग 30% तक का निवेश रखता है।

2. शेयर के बाजार चक्र को समझें। अगर आप बाजार के शिखर से निचले स्तर तक (जैसे 2006 से 2013) का रिटर्न देखेंगे, तो वह अच्छा नहीं दिखेगा। इसलिए लंबी-अवधि के नजरिए से निवेश करें।

3. लिक्विडिटी बहुत जरूरी है और इसे मैनेज किया जा सकता है। इडलवाइस म्यूचुअल फंड ने रेगुलेटर्स के नियम लागू करने से पहले ही अपने फंड्स में लिक्विडिटी के आंकड़े सार्वजनिक किए थे। उन्होंने दावा किया कि वे बिना ज्यादा नकदी रखने या लार्ज कैप स्टॉक्स पर निर्भर हुए बिना लिक्विडिटी बनाए रखते हैं।

4. निवेश के लिए धैर्य और अनुशासन सबसे अहम है। इस बात से कोई असहमत नहीं हो सकता है पैसा बनाने की असल कुंजी लंबी अवधि तक SIP को बनाए रखना है। निवेशकों को SIPs में 10 साल या उससे अधिक समय तक निवेश बनाए रखना चाहिए।

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