अनुमान है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने में कामयाब रहेगी। सरकार पहले ही अपनी प्राथमिकताओं के बारे में संकेत दे चुकी है। सरकार का फोकस अगले वित्त वर्ष में भी पूंजीगत खर्च पर बना रहेगा। ऐसे में घरेलू संस्थागत निवेशकों को बैंक और फाइनेंशियल कंपनियों में निवेश के मौके दिख रहे हैं। एनालिस्ट्स का कहना है कि स्टॉक मार्केट्स के प्रमुख सूचकांक अपने ऑल-टाइम हाई के करीब हैं। ऐसे में बैंकिंग स्टॉक्स की वैल्यूएशन सही दिख रही है।