Energy Mission Machineries IPO Listing: मेटल फॉर्मिंग मशीन बनाने वाली एनर्जी मिशन मशीनरीज (Energy Mission Machineries) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 320 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 138 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 366.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 165 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Energy Mission Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 384.30 रुपये (Energy Mission Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ है यानी कि आईपीओ निवेशक 178.48 फीसदी मुनाफे में हैं यानी कि आईपीओ निवेशकों का पैसा ढाई गुना से अधिक हो चुका है।
Energy Mission Machineries IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
एनर्जी मिशन मशीनरीज का ₹41.15 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 9-13 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 320.67 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 161.92 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 605.19 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 289.36 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 29.82 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी गुजरात के अहमदाबाद के साणंद में मौजूदा मैनुफैक्चरिंग यूनिट में सिविल कंस्ट्रक्शन, नए प्लांट और मशीनरी, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Energy Mission Machineries के बारे में
वर्ष 2011 में बनी एनर्जी-मिशन मशीनरीज इंडस्ट्रियल मेटल फैब्रिकेशन के लिए अलग-अलग प्रकार के मेटल फॉर्मिंग मशीन डिजाइन कर बनाती है। इसके प्रोडक्टस में प्रेस ब्रेक्स, शियरिंग, प्लेट रोलिंग, आयरनवर्कर्स, हाइड्रोलिक प्रेस और पंचिंग मशीन इत्यादि हैं जिनकी बिक्री सिर्फ भारत में ही नहीं होती है बल्कि ये अमेरिका, स्विटजरलैंड, रूस, नेपाल, केन्या, युगांडा, यूएई और सऊदी अरब को भी निर्यात होते हैं। इसकी क्षमता सालाना 900 मशीन बनाने की है। भारत में बात करें तो इसे सबसे अधिक रेवेन्यू महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक से हासिल होता है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2021 में इसे 95.33 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में उछलकर 3.36 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 में 7.90 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 44 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 100.66 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2023 में इसे 6.75 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 84 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।