Suzlon Shares: सुजलॉन एनर्जी के शेयर 6% टूटे, तिमाही नतीजों के बाद गिरावट; अब खरीदें, बेचें या करें होल्ड?

Suzlon Energy shares price: सुजलॉन एनर्जी के शेयर शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 6 प्रतिशत तक गिरकर 57.56 रुपये के स्तर पर आ गए। यह गिरावट कंपनी के सितंबर तिमाही के नतीजे जारी होने के बाद देखने को मिली। हालांकि ब्रोकरेज फर्म JM फाइनेंशियल ने कंपनी पर बुलिश नजरिया जताते हुए इसका टारगेट प्राइस 66 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपये कर दिया है

अपडेटेड Nov 07, 2025 पर 1:13 PM
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Suzlon Energy shares: सुजलॉन एनर्जी शुद्ध मुनाफा सितंबर तिमाही में छह गुना बढ़कर 1,278 करोड़ रुपये पर पहुंच गया

Suzlon Energy shares price: सुजलॉन एनर्जी के शेयर शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 6 प्रतिशत तक गिरकर 57.56 रुपये के स्तर पर आ गए। यह गिरावट कंपनी के सितंबर तिमाही के नतीजे जारी होने के बाद देखने को मिली। हालांकि ब्रोकरेज फर्म JM फाइनेंशियल ने कंपनी पर बुलिश नजरिया जताते हुए इसका टारगेट प्राइस 66 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपये कर दिया है।

मजबूत तिमाही नतीजे

सुजलॉन एनर्जी ने सितंबर 2025 तिमाही में शानदार प्रदर्शन दर्ज किया। कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर छह गुना बढ़कर 1,278 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं रेवेन्यू इस दौरान 85% उछलकर 3,870 करोड़ रुपये पहुंच गया। कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) 145% बढ़कर 720 करोड़ रुपये रहा और EBITDA मार्जिन भी 460 बेसिस पॉइंट्स बढ़कर 18.6% पर पहुंच गया।

ऑर्डर बुक और भविष्य की रणनीति


सितंबर 2025 के अंत में सुजलॉन की ऑर्डर बुक 6,222 मेगावॉट (MW) रही। कंपनी के मैनेजमेंट ने कहा कि उन्हें रिन्यूएबल एनर्जी (RE) टेंडर्स में बिडिंग में तेजी की उम्मीद है और ऑर्डर बुक को लेकर कोई चिंता नहीं है। कंपनी का टारगेट FY28 तक EPC ऑर्डर्स की हिस्सेदारी को 20% से बढ़ाकर 50% तक करने का है।

FY26 में कंपनी कम से कम 1,500 मेगावॉट क्षमता कमीशन करने का लक्ष्य रखती है। हालांकि, ग्रिड कनेक्टिविटी और भूमि अधिग्रहण को लेकर चुनौतियां बनी हुई हैं।

इन बाधाओं को दूर करने के लिए सुजलॉन अपनी EPC सेवाओं को भूमि पैकेजिंग के साथ जोड़ने की योजना बना रही है। कंपनी ने 23 गीगावाट की परियोजना के लिए उपयुक्त जमीन की पहचान की है, जिसमें से 11.5 GW के लिए अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

ब्रोकरेज फर्मों की राय

JM फाइनेंशियल ने कहा, “ग्रिड कनेक्टिविटी, भूमि और राइट-ऑफ-वे (RoW) जैसी अड़चनें विंड एनर्जी सेगमेंट के विस्तार में बड़ी बाधा बनी रहेंगी। हमें उम्मीद है कि सुजलॉन FY28 के बाद ग्रोथ मोमेंटम बनाए रखने में संघर्ष कर सकती है।” ब्रोकरेज के मुताबिक, कंपनी FY26/FY27/FY28 में क्रमशः 2.5 GW / 3.1 GW / 3.5 GW इंस्टॉलेशन कर सकती है, और इसी आधार पर उसने इस शेयर को ‘BUY’ रेटिंग के साथ 70 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।

मोतिलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने भी सुजलॉन एनर्जी के लिए FY26 के अनुमान 8% बढ़ाए हैं, और कहा कि वे FY26 में 2.5 GW और FY27 में 3.4 GW डिलीवरी मानकर चल रहे हैं। हालांकि, उन्होंने वैल्यूएशन मल्टीपल 35x से घटाकर 30x किया है, लेकिन ‘BUY’ रेटिंग के साथ 74 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस तय किया है।

वहीं, नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि कंपनी FY28 के बाद 2,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त DTA निर्माण करेगी। ब्रोकरेज ने कहा, “हमने अपने मॉडल में इस DTA को शामिल किया है और इस पर ‘HOLD’ रेटिंग के साथ 66 रुपये का टारगेट प्राइस बरकरार रखा है।”

शेयरों का हाल

कंपनी ने मंगलवार को अपने नतीजे जारी किए थे, जिसके बाद से इसके शेयर 61.05 रुपये से गिरकर 57.56 रुपये तक आ गए हैं। इसका मार्केट कैप 80,000 करोड़ रुपये के नीचे फिसल गया है। हालांकि, पिछले एक महीने में शेयर में 8% की बढ़त दर्ज की गई है, लेकिन पिछले एक साल में यह 13% नीचे आया है। फिर भी, पिछले पांच सालों में शेयर ने लगभग 2,050% का शानदार रिटर्न दिया है।

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