Market trend : US फेड की मीटिंग के आउटकम से पहले बाजार में कंसोलिडेशन देखने को मिला है। सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में दबाव देखने के मिला है। IT, PSE और मेटल शेयरों में दबाव देखने को मिला है। फार्मा, रियल्टी और एनर्जी इंडेक्स गिरकर बंद हुए हैं। ऑटो और निफ्टी बैंक बढ़त के साथ बंद हुए हैं। निफ्टी 41 अंक गिरकर 24,812 पर बंद हुआ है। वहीं सेंसेक्स 139 अंक गिरकर 81,445 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 115 अंक चढ़कर 55,829 पर बंद हुआ है। मिडकैप इंडेक्स 270 अंक गिरकर 58,109 पर बंद हुआ है।
आज निफ्टी के 50 में से 36 शेयरों में गिरावट रही। वहीं, सेंसेक्स के 30 में से 20 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। निफ्टी बैंक के 12 में से 6 शेयरों में तेजी रही। डॉल के मुकाबले रुपया आज 24 पैसे कमजोर होकर 86.48 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ है।
बोनान्ज़ा के रिसर्च एनालिस्ट वैभव विदवानी का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार आज गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 138 अंक (0.17%) गिरकर 81,444 पर और निफ्टी 41 अंक (0.17%) गिरकर 24,812 पर बंद हुआ। लगातार बनी ग्लोबल दिक्कतों और भू-राजनीतिक तनावों ने निवेशकों का मूड खराब कर दिया है। मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष,विशेष रूप से इजरायल-ईरान युद्ध के कारण ग्लोबल बाजारों पर दबाव रहा और ब्रेंट क्रूड की कीमतें 76 डॉलर से ऊपर चली गईं। इससे भारतीय कंपनियों के लिए महंगाई और इनपुट लागत की चिंताएं बढ़ गईं हैं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से पहले निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं। उन्हें दरों में किसीा बदलाव की उम्मीद नहीं है। लेकिन भविष्य में दरों के रुख को लेकर चिंता है। बैंक और ऑटो को छोड़कर,सभी अहम सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि पूरे दिन इंडेक्स में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इजरायल-ईरान युद्ध से जुड़े अपडेट और इसमें अमेरिकी हस्तक्षेप की संभावना ने ग्लोबल सेंटीमेंट को प्रभावित किया। इसके अलावा,आगामी फेड मीटिंग से पहले की उम्मीदों ने भारतीय बाजारों को वोलेटाइल बनाए रखा।
तकनीकी नजरिए से देखें तो निफ्टी आज 24,850 के अहम सपोर्ट स्तर से नीचे बंद हुआ है। हालांकि, फेड की ओर से कोई पॉजिटिव सरप्राइज ग्लोबलऔर घरेलू दोनों बाजारों में जोश भर सकता है। जिससे बाजार को मौजूदा दबाव से उबरने में मदद मिल सकती है। ऊपर की ओर 24,850 का स्तर फिर से हासिल होने पर 25,000 तक की तेजी देखने को मिल सकती है। वहीं, 24,850 के स्तर को फिर से हासिल करने में नाकाम रहने पर निफ्टी में 24,500 तक की गिरावट देखने को मिल सकती है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि गुरुवार को बाजार शुरुआती कारोबार के दौरान यूएस फेड पॉलिसी मीटिंग के नतीजों पर प्रतिक्रिया देंगे। अधिकांश लोगों को ब्याज दरों में किसी बदलाव की उम्मीद नहीं है। हालांकि, खास तौर पर भू-राजनीतिक तनाव और ट्रेड टैरिफ से जुड़ी चिंताओं के मद्देनजर बाजार की नजर फेड की टिप्पणियों पर रहेगी। हमें स्थितियां साफ होने तक बाजार में सतर्क नजरिया बनाए रखना चाहिए। निवेशकों की नजर ऐसे शेयरों पर रहेगी जो भारी वोलैटिलिटी के बीच भी तुलनात्मक रूप से मजबूती दिखा रहे हैं। इसमें लार्ज-कैप और मिड कैप के फंडामेंटली मजबूत शेयर शामिल हैं।
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