Trent Shares: चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2025 टाटा ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट के लिए फीकी रही। इसका झटका आज स्टॉक मार्केट में भी दिखा जब शेयर 6% से अधिक टूटकर एक साल के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गए। सितंबर तिमाही के कमजोर नतीजे आने के बाद कुछ ब्रोकरेज फर्मों ने इसके टारगेट प्राइस में कटौती कर दी जिसने शेयरों पर दबाव और बढ़ा दिया। इस दबाव में ट्रेंट के शेयर इंट्रा-डे में बीएसई पर 7.80% टूटकर ₹4264.05 पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। इस निचले स्तर से शेयरों ने रिकवरी की कोशिश तो की लेकिन अब भी यह काफी कमजोर स्थिति में है। आज बीएसई पर यह 7.41% की गिरावट के साथ ₹4282.35 पर बंद हुआ है। इस साल की शुरुआत में 3 जनवरी 2025 को यह एक साल के हाई ₹7490.00 पर था।
Trent के लिए कैसी रही सितंबर तिमाही?
सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर टाटा ग्रुप की ट्रेंट का कंसालिडेटेड प्रॉफिट 11.45% बढ़कर ₹373.42 करोड़ और रेवेन्यू 15.90% उछलकर ₹4,817.68 करोड़ पर पहुंच गया। कंपनी का कहना है कि शुद्ध मुनाफे को डेप्रिसिएशन पर अधिक खर्च का असर पड़ा है। वहीं सेल्स को लेकर कंपनी का कहना है कि सितंबर तिमाही में कंज्यूमर सेंटिमेंट सुस्त रहा जिससे ओवरऑल सेल्स मोमेंटम पर असर पड़ा। कंपनी के विस्तार की बात करें तो ट्रेंट ने सितंबर तिमाही में 19 नए वेस्टसाइड स्टोर खोले और छह बंद किए तो जूडियो के 44 नए स्टोर खोले तो चार बंद किए।
क्या है ब्रोकरेज फर्मों का रुझान?
ट्रेंट के सितंबर तिमाही के कारोबारी नतीजे आने के बाद कुछ ब्रोकरेज फर्मों ने ग्रोथ के रुझानों में सुस्ती और बढ़ते कॉम्पटीशन पर सतर्क रुझान अपनाया है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म सिटी ने इसकी रेटिंग को घटाकर सेल कर दी है और टारगेट प्राइस को ₹7,150 से 39.16% घटाकर ₹4,350 कर दिया। ब्रोकरेज फर्म का का कहना है कि ग्रोथ के रुझानों में सुस्ती और बढ़ते कॉम्पटीशन के साथ-साथ टियर-2 और टियर-3 बाजारों में आक्रामक विस्तार के चलते ट्रेंट की ग्रोथ रेट और सुस्त हो सकती है। ब्रोकरेज फर्म ने वित्त वर्ष 2026-28 के बीच इसके रेवेन्यू के अनुमान को 6-19% और ऑपरेटिंग प्रॉफिट के अनुमान में 2-12% की कटौती की है और टारगेट प्राइस घटा दिया।
एक और ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने इसकी न्यूट्रल रेटिंग को बरकरार रखा है लेकिन टारगेट प्राइस को घटाकर ₹4,920 कर दिया है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि सितंबर 2025 तिमाही में 9% की ईबीआईटी ग्रोथ उम्मीद से कम रही। ट्रेंट की सेल्स को बेमौसम बारिश और जीएसटी दरों में कटौती के बाद कंज्यूमर्स की बड़ी खरीदारी को प्रमुखता देने से झटका लगा। गोल्डमैन ने कमाई के अनुमान में करीब 6% की कटौती कर दी है।
जेफरीज ने भी इसकी होल्ड रेटिंग को बरकरार रखा है लेकिन टारगेट प्राइस को घटाकर ₹5,000 कर दिया। जेफरीज ने जिक्र किया है कि सितंबर तिमाही में ट्रेंट की 17% की रेवेन्यू ग्रोथ कई तिमाहियों में सबसे कम रही।
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