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Experts views : शॉर्ट टर्म के लिए बाजार का रुख कमजोर, अभी और बढ़ सकती है गिरावट

Stock market : एफआईआई की बिकवाली और डॉलर में मजबूती के कारण बाजार में गिरावट आई। हालांकि आईटी और फार्मा में तेजी आई क्योंकि निवेशकों ने शॉर्ट टर्म वोलैटिलिटी से बचने लिए डिफेंसिव शेयरों पर दांव लगाना जारी रखा। हाई वैल्यूएशन को लेकर बनी चिंताएं छोटे-मझोले शेयरों को परेशान कर रही हैं

अपडेटेड Dec 30, 2024 पर 5:11 PM
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रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि निफ्टी अपने लॉन्ग टर्म सपोर्ट जोन 200-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज से ऊपर बने रहने के लिए संघर्ष कर रहा है। आज की गिरावट से आगे और गिरावट की संभावना नजर आ रही है

Markets: सोमवार 30 दिसंबर को भारतीय बाजारों में गिरावट देखने को मिली। एशियाई शेयर बाजारों में भी गिरावट रही। उधर शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों में टेक्नोलॉजी शेयरो की अगुआई में भारी गिरावट देखने को मिली थी। बेंचमार्क सेंसेक्स 0.57 फीसदी या 450 अंक गिरकर 78,248 पर बंद हुआ है। जबकि निफ्टी 0.7 फीसदी या 168.5 अंक गिरकर 23,644.90 पर बंद हुआ है। सेक्टोरल इंडेक्सों निफ्टी रियल्टी सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला रहा। इसमें 1.5 फीसदी की गिरावट आई, उसके बाद निफ्टी ऑटो और मेटल का स्थान रहा। इनमें क्रमशः 1.4 फीसदी और 1.3 फीसदी की गिरावट आई। दूसरी ओर निफ्टी हेल्थकेयर ने बढ़त की लीडरशिप की। इसमें 1.3 फीसदी की बढ़त हुई,जबकि निफ्टी आईटी और एफएमसीजी में 0.6 फीसदी और 0.3 फीसदी की बढ़त हुई।

मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि आज सेकेंड ऑफ में बाजारों ने अपनी गति खो दी और उसके बाद तेजी से गिरावट आई। कमजोर एशियाई और यूरोपीय संकेतों के साथ-साथ रुपये में गिरावट और नए सिरे से विदेशी फंडों की बिकवाली कारण निवेशकों ने इक्विटी होल्डिंग्स को कम करने का फैसला लिया। इस बात की आशंका है कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़त से आगे बाजार में और बड़ी गिरावट आ सकती है। अमेरिकी 10-ईयर बॉन्ड यील्ड 4.61 प्रतिशत तक बढ़ गई है जो सात महीनों में सबसे ऊंचा स्तर है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि एफआईआई की बिकवाली और डॉलर में मजबूती के कारण बाजार में गिरावट आई। हालांकि आईटी और फार्मा में तेजी आई क्योंकि निवेशकों ने शॉर्ट टर्म वोलैटिलिटी से बचने लिए डिफेंसिव शेयरों पर दांव लगाना जारी रखा। हाई वैल्यूएशन को लेकर बनी चिंताएं छोटे-मझोले शेयरों को परेशान कर रही हैं। अमेरिका में आगामी पॉलिसी बदलाव और तीसरी तिमाही के नतीजों पर बाजार की नजरें रहेंगी।


एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि आज के कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी में उतार-चढ़ाव रहा। इंडेक्स आज 23,600 और 23,900 के बीच रहा घूमता रहा। डेली चार्ट पर,निफ्टी अपने हालिया कंसोलीडेशन से नीचे फिसल गया है। इसके अलावा, यह 200-डीएमए से नीचे कारोबार करता दिख रहा है। जो कमजोर भावना को दर्शाता है। गिरावट के जोखिम के साथ,शॉर्ट टर्म के लिए बाजार का रुख कमजोर दिख रहा है। निचले सिरे पर निफ्टी के लिए 23,400 पर सपोर्ट दिख है, जबकि निकट अवधि में 23,870 के आसपास रजिस्टेंस की उम्मीद है।

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रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि निफ्टी अपने लॉन्ग टर्म सपोर्ट जोन 200-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (डीईएमए) से ऊपर बने रहने के लिए संघर्ष कर रहा है। आज की गिरावट से आगे और गिरावट की संभावना नजर आ रही है। 23,500 से नीचे जाने पर निफ्टी के लिए अगला डाउन साइड टारगेट 23,250 पर सेट हो जाएगा। सेक्टरवार, नजर दौड़ाएं तो केवल फार्मा और हेल्थकेयर ही लगातार मजबूती का रुझान बनाए हुए हैं। जबकि दूसरे सेक्टरों में दोनों तरफ के मौके मिल रहे हैं। ट्रेडरों को सलाह है कि वे अपनी पोजीशन इन बातों को ध्यान में रखते हुए तय करें।

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