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Market Outlook : Sensex- Nifty गिरावट के साथ बंद,जानिए 31 दिसंबर को कैसी रह सकती है इनकी चाल

Market news: अदाणी एंटरप्राइजेज निफ्टी पर सबसे ज्यादा तेजी वाला शेयर रहा। आज ये शेयर करीब 8 फीसदी भागा। अन्य तेजी वाले शेयरों में श्रीराम फाइनेंस और एचसीएल टेक शामिल रहे। नुकसान उठाने वाली कंपनियों में हिंडाल्को को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ

अपडेटेड Dec 30, 2024 पर 4:16 PM
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विदेशी संस्थागत निवेशकों की तरफ से लगातार हो रही बिकवाली से भारतीय इक्विटी पर एक बड़ा दबाव बना हुआ है

Stock market : सेंसेक्स आज 450.94 अंक या 0.57 प्रतिशत गिरकर 78,248.13 पर बंद हुआ है। जबकि निफ्टी 168.50 अंक या 0.71 फीसदी गिरकर 23,644.90 पर बंद हुआ है। बाजार में आज निगेटिव रुख रहा। 1,368 शेयरों में तेजी रही। 2,460 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। जबकि 140 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली, कमजोर ग्लोबल संकेत और रुपये में गिरावट ने सेंटीमेंट को प्रभावित किया। अधिकांश सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। सबसे ज्यादा नुकसान निफ्टी ऑटो इंडेक्स को हुआ। इसके बाद निफ्टी बैंक इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई। एनर्जी,इंफ्रा और आईटी जैसे दूसरे सेक्टरो में भी गिरावट रही। वहीं, फार्मा और आईटी में तेजी देखने को मिली।

अदाणी एंटरप्राइजेज निफ्टी पर सबसे ज्यादा तेजी वाला शेयर रहा। आज ये शेयर करीब 8 फीसदी भागा। अन्य तेजी वाले शेयरों में श्रीराम फाइनेंस और एचसीएल टेक शामिल रहे। नुकसान उठाने वाली कंपनियों में हिंडाल्को को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। उसके बाद विप्रो, टाटा मोटर्स, हीरो मोटोकॉर्प और जेएसडब्ल्यू स्टील का नंबर रहा।

विदेशी संस्थागत निवेशकों की तरफ से लगातार हो रही बिकवाली से भारतीय इक्विटी पर एक बड़ा दबाव बना हुआ है। रुपये में जारी गिरावट (जो अब 86 डॉलर प्रति डॉलर के करीब पहुंच गया है) ने डॉलर के मुकाबले में कम रिटर्न के कारण विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय शेयरों को कम आकर्षक बना दिया है। चॉइस ब्रोकिंग के रिसर्च एनालिस्ट मंदार भोजने का कहना है कि रुपये में गिरावट के कारण भारतीय इक्विटी बाजार एफआईआई के लिए कम आकर्षक हो गए है। उन्हें यहां डॉलर के मुकाबले में कम रिटर्न मिल रहा है।"


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जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के आनंद जेम्स कहना है कि आगे मोमेंटम लो रहने की उम्मीद है। निफ्टी के लिए डाउनसाइड सपोर्ट 23,750 पर बना हुआ है। वहीं अगर निफ्टी 23,600 से नीचे जाता हो आगे और कमजोरी देखने को मिल सकती है।

2024 के अंतिम दौर में बाजार में उतार-चढ़ाव और ग्लोबल कारकों के कारण सेंटीमेंट खराब रहने की संभावना है। विश्लेषकों का मानना ​​है कि बाजार दबाव में रहेगा,मासिक ऑटो बिक्री और दिसंबर तिमाही नतीजे जैसे आगे आने वाले डेटा बाजार की आगे की दिशा के बारे संकेत देंगे।

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