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Experts views : मिड और स्मॉलकैप की बिकवाली जल्द थमने की उम्मीद नहीं, 23000 से नीचे जाने पर 22670 तक गिर सकता है निफ्टी

Market trend: निफ्टी में आज उतार-चढ़ाव भरा कारोबार देखने को मिला। इसने 23350 - 23400 के बड़े रेंज के ऊपरी छोर से बिक्री दबाव देखा और 113 अंकों की गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुआ। पिछले चार कारोबारी सत्रों से निफ्टी 23000 - 23400 के बड़े रेंज में कारोबार कर रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 24, 2025 पर 5:47 PM
Experts views : मिड और स्मॉलकैप की बिकवाली जल्द थमने की उम्मीद नहीं, 23000 से नीचे जाने पर 22670 तक गिर सकता है निफ्टी
Market cues: पिछले चार कारोबारी सत्रों से निफ्टी 23000 - 23400 के बड़े रेंज में कारोबार कर रहा है। डेली और टाइम फ्रेम मोमेंटम इंडीकेटर के बीच डाइवर्जेंस आगे कंसोलीडेशन की ओर ले जा सकता है

Market views : दिन के दौरान भारतीय बेंचमार्क इंडेक्सों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। कारोबार के अंत में बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स 304.89 अंक या 0.40 फीसदी की गिरावट के साथ 76,215.49 पर बंद हुआ। इससे पहले दिन में यह 76,091.75 के निचले स्तर और 76,985.95 के उच्च स्तर पर पहुंचा था। निफ्टी इंडेक्स भी 23,100 अंक से नीचे फिसलकर 23,092.20 अंक पर बंद हुए जो 113.15 अंक या 0.49 फीसदी की गिरावट दर्शाता है। इंट्रा डे में ये बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण यह 23,050 के निचले स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि, शुरुआती कारोबार में निफ्टी ने आईटी शेयरों में तेज उछाल के दम पर मजबूती के साथ तेजी पकड़ी थी। लेकिन यह बढ़त कायम नहीं रह पाई। जल्दी ही मुनाफावसूली ने जोर पकड़ लिया। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में आज भारी दबाव रहा।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि इंडेक्स में यह बदलाव उम्मीदों के अनुरूप रहा। आने वाले सत्रों में निफ्टी में 22,700-22,900 जोन की ओर और अधिक गिरावट का अनुमान है। हालांकि,सबसे बड़ी चिंता मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में हो रही बिकवाली है। निकट भविष्य में ये बिकवाली थमने की संभावना नहीं है। अच्छी बात यह है कि सभी सेक्टरों में चुनिंदा पॉकेट्स में मजबूती के संकेत दिख रहे हैं। रिकवरी के अगले चरण के दौरान ये पॉकेट्स सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले पॉकेटस के रूप में उभर सकते हैं। अभी के लिए ट्रेडरों को सलाह है कि वे अपनी पोजीशन को मौजूदा रुझान के मुताबित बनाएं और घाटे वाले ट्रेड से बाहर निकल जाएं।

कोटक सिक्योरिटीज में हेड इक्विटी रिसर्च श्रीकांत चौहान का कहना है कि वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के नतीजों का मौसम मोटे तौर पर हमारी उम्मीदों के मुताबिक ही रहा है। हालांकि,मैनेजमेंट की टिप्पणियां उत्साहजनक नहीं रहीं हैं। जिससे सेंटीमेंट पर निगेटिव असर पड़ा है। एफपीआई निवेश वोलेटाइल रहने की उम्मीद है। जनवरी 2025 में अब तक एफपीआई निवेश सभी अहम उभरते बाजारों (ब्राजील को छोड़कर) के लिए निगेटिव रहा है। भारत, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, दक्षिण कोरिया, ताइवान, थाईलैंड और वियतनाम से क्रमशः 6,11.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर, 18.9 करोड़ अमेरिकी डॉलर, 51.9 करोड़ अमेरिकी डॉलर, 9.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर, 45.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर, 1,26.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर, 28.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर और 28.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर की निकासी हुई है। हालांकि इस दौरान ब्राजील में 51.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश हुआ है।

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