Experts views : भारतीय इक्विटी सूचकांक 28 अक्टूबर को मजबूत नोट पर बंद हुए। निफ्टी आज 24,300 से ऊपर जाने में कामयाब रहा। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 602.75 अंक या 0.76 फीसदी बढ़कर 80,005.04 पर और निफ्टी 158.40 अंक या 0.66 फीसदी बढ़कर 24,339.20 पर बंद हुआ। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि पिछले सप्ताह लगातार बिकवाली के बाद बाजार में उछाल आया। बैंकों के सकारात्मक नतीजों और मध्य पूर्व में जवाबी कार्रवाई में थमने की उम्मीद में तेल की कीमतों में गिरावट ने निवेशकों के सेंटीमेंट को बूस्ट दिया है। व्यापक आधार पर आने वाली तेजी में स्थिरता के लिए अर्निंग्स में मजबूती की जरूर है जो वर्तमान में कमजोर मांग और मार्जिन में दबाव के कारण मंदी में हैं। उम्मीद है कि कम लीवरेज्ड बैलेंस शीट और ग्रोथ की संभावनाओं वाली कंपनियां बाजार के स्थिर होने पर बेहतर प्रदर्शन करेंगी।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि महंगे वैल्यूएशन की चिंताओं के बीच पिछले सप्ताह बाजारों में तेज करेक्शन हुआ था और इसलिए आज रिकवरी देखने को मिली। साथ ही, इस सप्ताह मंथली एक्सपायरी से पहले शॉर्ट कवरिंग ने घरेलू बाजारों में तेजी ला दी, हालांकि मार्केट का रुख सतर्कता का बना हुआ है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे ने कहा कि कई दिनों के बाद बाजार आज बढ़त के साथ बंद हुआ। बाजार में आज काफी उठापटक देखने को मिली। नीचे की ओर यह पिछले दिन के निचले स्तर से ऊपर बना रहा। ये खरीदारी आने का संकेत है। आगे यह मजबूती तब तक बनी रह सकती है जब तक निफ्टी 24000 से ऊपर बना रहता है। वहीं, 24000 से नीचे की गिरावट बाजार में घबराहट पैदा कर सकती है। ऊपरी स्तरों पर 24500 पर रजिस्टेंस है। अगर निफ्टी इस लेवल को पार कर लेता है तो फिर और तेजी आ सकती है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार ने सप्ताह की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ की है। लेकिन एक दिन की तेजी को ज्यादा नहीं समझना चाहिए और आगे की रिकवरी के संकेत के लिए 24,500 से ऊपर के निर्णायक क्लोजिंग का इंतजार करना चाहिए। ऐसा न होने पर गिरावट फिर से शुरू हो सकती है। ट्रेडरों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रुख बनाए रखें, दोनों तरफ की पोजीशन को संतुलित रखें। लार्ज-कैप और मिड-कैप लीडर्स पर फोकस करें और घाटे वाली पोजीशन की एवरेजिंग करने से बचें।
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